
खाड़ी के मंदिर में भक्तमाल कथा : आज शाम अन्नकूट महोत्सव
इंदौर. देश में विधर्मियों का शासन था, तब 13वीं से 16वीं शताब्दी तक सनातन संस्कृति खतरे में फंसी थी। इसी अवधि में भारत भूमि पर इतने संतों और भक्तों का अवतरण हुआ कि इस काल को भारतीय इतिहास में भक्ति युग कहा गया। यह भक्ति की ही शक्ति है कि मीराबाई ने जिस जहर को पीया वह अमृत बन गया। कलियुग में ऐसे भक्तों के चरित्र नास्तिक लोगों के जीवन में श्रद्धा का सृजन करते हैं। भक्तों ने ही भारत भूमि पर धर्म और संस्कृति की रक्षा कर देश का मान बढ़ाया। आचार्य बालकृष्ण शास्त्री ने श्रीजी कल्याणधाम खाड़ी के मंदिर पर भक्तमाल कथा महोत्सव में गुरुवार को हंसदास मठ के महामंडलेश्वर स्वामी रामचरणदास के सान्निध्य में मीराबाई की प्रेरक भक्तिगाथा सुनाते हुए उक्त विचार व्यक्त किए। गोलू शुक्ला, अक्षय तिवारी, महेश शर्मा, श्रवणसिंह चावड़ा, मनोहरदास सोमानी आदि ने व्यासपीठ का पूजन किया। संध्या को आरती में श्रीकृष्ण महिला मंडल की बहनों ने भाग लिया। संयोजक पवन शर्मा ने बताया, शुक्रवार को शाम 5 बजे यज्ञ-हवन के साथ कथा की पूर्णाहुति होगी। शाम 7 बजे छप्पन भोग एवं शृंगार दर्शन आरती के बाद अन्नकूट महोत्सव होगा। मालवा व मप्र के आचार्यों व विद्वानों का सम्मान किया जाएगा।
Published on:
27 Dec 2019 02:11 am
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
