20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रैगिंग मामले में कॉलेज की बड़ी लापरवाही, 10 दिन बाद भी नहीं हो सकी जांच

जूनियर पर बनाया था ड्रेस पहनने का दबाव, नहीं पहनने पर किया था विवाद

2 min read
Google source verification
indore_agriculture_collage.png

इंदौर. एग्रीकल्चर कॉलेज में रैगिंग को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। पीड़ित छात्र ने यूजीसी की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन तक गुहार लगाई, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने शिकायत के 10 दिन बाद भी जांच पूरी नहीं की है।

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन की एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर 3 मार्च को एग्रीकल्चर कॉलेज के सेकंड ईयर के छात्र ने शिकायत दर्ज कराई थी। यूजीसी ने कॉलेज प्रबंधन को तत्काल जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए। जांच सुस्त है और 10 दिन बाद भी रिपोर्ट ही तैयार नहीं हो सकी।

पीड़ित छात्र ने रैंगिंग पर पर्दा डालने के लिए शिक्षकों को जिम्मेदार बताया है। इधर, प्रबंधन रैगिंग के आरोप नकार रहा है। हालांकि, जिम्मेदारों का कहना है कि 2 मार्च को छात्रों के दो गुटों के बीच विवाद हुआ था। एक गुट ने दूसरे गुट के छात्रों को ड्रेस पहनने के लिए बाध्य किया था। इसमें थर्ड ईयर के भी कुछ छात्र थे।

एग्रीकल्चर कॉलेज डीन, शरद चौधरी ने बताया कि यूजीसी से शिकायत की जानकारी मिलने के बाद हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्रों को चेतावनी दी गई है। शिकायतकर्ता छात्र की पहचान उजागर नहीं हुई। दो समूह के बीच का मामूली विवाद था। सीसीटीवी फुटेज में रैगिंग जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। जांच कहां तक पहुंची इसकी जानकारी सोमवार को ही दी सकेगी

डीएवीवी में हर चूक पर सिर्फ नोटिस
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की सुरक्षा व्यवस्था की पोल तीन दिन में दो बार खुल चुकी है। दोनों ही मामलों में अधिकारियों ने नोटिस जारी करने का दावा किया। हालांकि, इससे पहले भी कई बार यूनिवर्सिटी की सुरक्षा पर सवाल उठ चुके है। उन मामलों में लगातार नोटिस ही जारी होते रहे हैं। देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में लगातार चोरियां हो रही हैं। मूल्यांकन केंद्र से लेकर विभागों तक के ताले टूटने और लगातार पेड़ कटाई जैसी घटनाओं के बावजूद अधिकारियों का एजेंसी पर भरोसा बरकरार है।