
इंदौर. पति की हैवानियत का शिकार बनी महिला को सर्जरी के २१ दिन बाद एमवाय अस्पताल से छुट्टी मिली। सर्जरी विभाग के डॉक्टरों की टीम ने इस जटिल मामले में कड़ी मेहनत कर मरीज को वापस सामान्य जीवन जीने लायक बनाया।
गौरतलब है, गत दिनों स्कीम 71 में रहने वाली महिला के साथ हुई इस घटना का खुलासा पुलिस के पास पहुंचने पर हुआ था। महिला के पति ने दो साल पहले प्राइवेट पार्ट में बाइक का हेंडल डाल दिया था। तब से वह दर्द भोग रही थी। 21 दिन पहले एमवाय अस्पताल में महिला की सर्जरी हुई। सर्जरी विभाग की डॉ. सोनिया मोजेस व डॉ. शशीशंकर शर्मा ने बताया, डॉ. आरके माथुर के निर्देशन में टीम ने हैंडल निकालने के लिए ऑपरेशन किया, साथ ही बच्चेदानी, पेशाबनली, बड़ी व छोटी आंत को भी सर्जरी कर ठीक किया गया। इस दौरान डीन डॉ. ज्योति बिंदल, अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर व ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अशोक यादव ने काफी मदद की। महिला को प्राइवेट रूम, दवाएं, 10 यूनिट खून, 5 यूनिट प्लाज्मा की व्यवस्था कर दिया गया। महिला की मंगलवार को छुट्टी हुई। महिला ने डॉक्टरों का आभार माना और नया जीवन देकर ६ बच्चों की परवरिश करने की हिम्मत देने की बात कही।
इतनी बुरी हालत देख डॉक्टर भी चौंक गए
महिला का इलाज महिला रोग व प्रसूती विभाग के डॉ. सोमेन भट्टाचार्य व युरो सर्जरी विभाग के डॉ. संकल्प जोशी ने शुरू किया। जांच में बाइक का हेंडल शरीर में होने की पुष्टी हुई। सर्जरी विभाग डॉ. आरके माथुर, डॉ. सोनिया मोजेस, डॉ. शशिकुमार शर्मा, डॉ. सचिन वर्मा और एनेस्थिसिया विभाग के डॉ. केके अरोरा, डॉ. मनीष बनारे, डॉ. पारुल जैन सहित 18 डॉक्टरों की टीम ऑपरेशन के लिए तैयार की गई। टीम ने 4 घंटे ऑपरेशन कर महिला के पेट से हैंडल निकाला। लंबे समय से हैंडल बच्चेदानी में था जिसके चलते बच्चेदानी में इंफेक्शन फैल गया था। बच्चेदानी को भी निकालना पड़ा है। पेशाब की थैली में गंभीर चोट होने से डीजे स्टंट डालकर उसे रिपेयर किया गया। साथ ही छोटी आंत की भी मरम्मत करनी पड़ी।
Published on:
03 Jun 2019 08:57 pm
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