27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कांग्रेस नेत्री को टॉयलेट में जिंदा गाढऩे के मामले में फंसे भाजपा के दिग्गज नेता

ट्विंकल को गायब हुए एक साल से अधिक समय हो चुका है और अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है ...

3 min read
Google source verification
twinkle dagre

इंदौर . कांग्रेस नेत्री ट्विंकल डागरे के मामले में भाजपा के कई दिग्गज नेता फंसते नजर आ रहे हैं। ट्विंकल को गायब हुए एक साल से अधिक समय हो चुका है और अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है। गौरतलब है कि ट्विंकल ने आखिरी समय अपने पिता को फोन कर कहा था कि कुछ लोग उसे टॉयलेट सीट के नीचे गाढ़ रहे हैं और इसके बाद उसका पता नहीं चला।

पुलिस भी इतने दिनों से कई जगह छापेमारी कर चुकी है लेकिन उसके हाथ कोई सुराग नहीं आया है। अब पुलिस इस मामले में भाजपा के दिग्गज नेता जगदीश करोतिया का टेस्ट करवा रही है। पुलिस को इस मामले में पूरा शक जगदीश पर है और अब वे इस मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। जगदीश भाजपा के नगर महामंत्री हैं और उनका पूरा परिवार भाजपा में कई पदों पर सक्रिय है। पुलिस ने इस मामले में जगदीश का ब्रैन इलेक्ट्रिकल ऑफिलेशन सिग्नेचर टेस्ट (बीईओएसटी) करवाया है। अब इस मामले में उनके दोनों बेटों के साथ ट्विंकल के माता-पिता का टेस्ट किया जाएगा।

डीआईजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया, बाणगंगा पुलिस २७ दिसंबर को जगदीश करोतिया को लेकर गांधी नगर गुजरात गई थी। यहां पर जगदीश का ब्रैन इलेक्ट्रिकल ऑफिलेशन सिग्नेचर टेस्ट (बीईओएसटी) होना था। तीन दिन तक चली प्रक्रिया के बाद ये टेस्ट शनिवार को पूरा हुआ है। बाकी जरूरी काम खत्म कर रविवार को पुलिस टीम उसे लेकर इंदौर लौट रही है। मामले में जगदीश के बेटे अजय, विजय व ट्विंकल के पिता संजय व मां टीना डागरे का भी यही टेस्ट होना बाकी है। मामला फिलहाल हाईकोर्ट में विचाराधीन है।

कोर्ट में पुलिस ने पांचों का ये बीईओएसटी टेस्ट करवाने को कहा था। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद इस टेस्ट की प्रक्रिया शुरू की गई। पुलिस ने टेस्ट के लिए राज्य शासन से अनुमति ली थी। वहां से अनुमति मिलने के बाद टेस्ट की फीस करीब तीन लाख रुपए जमा कराई थी। ये टेस्ट देश में केवल गांधीनगर गुजरात में ही होता है। अन्य लोगों को भी एक-एक कर तारीख मिलने पर पुलिस टेस्ट के लिए लेकर गांधीनगर जाएगी। इस टेस्ट में केस से जुड़े सवाल पूछे जाते है। इसका जबाव नहीं देना होता। सवाल देखने के बाद दिमाग में क्या चलता है, इसे तरंगों के माध्यम से पता किया जाता है। इस तरह पता चलता है कि व्यक्ति सही बोल रहा है या नहीं।

ये है मामला
16 अक्टूबर 2016 को बाणगंगा के फ्रीगंज इलाके से कांग्रेस नेत्री ट्विंकल डागरे लापता हो गई थी। वो घर से नाश्ता लेने के लिए निकली थी। घटना के बाद परिवार ने भाजपा नगर महामंत्री व पूर्व पार्षद जगदीश करोतिया व दोनों बेटों पर उसे लापता करने का आरोप लगाया था। परिवार ने मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, डीजीपी, एडीजी, डीआईजी तक को कई बार शिकायत की थी। जांच के बाद मामले में पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया था।