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हफ्ता वसूली को लेकर विवाद, गुंडों ने फोड़ दिया दुकानदार का सिर

हफ्ता वसूली को लेकर विवाद, गुंडों ने फोड़ दिया सिर

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इंदौर . गणेश नगर में कल रात वसूलीबाजों ने एक दुकानदार से हफ्ता वसूली के नाम पर आठ हजार रुपए की मांग की। युवक ने जब विरोध किया तो बदमाशों ने दुकान में तोडफ़ोड़ कर दी। सूचना के बाद मकान मालिक बीच-बचाव करने आए तो उनका झारे से वार कर सिर फाड़ दिया।

इसके बाद झगड़े ने धीरे-धीर राजनीतिक रंग ले लिया। थाने के बाहर भाजपाई और कांग्रेसी जमा हो गए। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ प्रकरण दर्ज तो कर लिया लेकिन रातभर उसे वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया।

मामला भंवरकुआ थाना क्षेत्र का है। पुलिस के अनुसार उप्र के रहने वाले फरियादी शिव कुमार पिता विनोद सोनकर ने पुलिस को शिकायत में बताया कि वह पंचायत के पास गणेश नगर में आशीष वर्मा के मकान में किराये से रहता है तथा यहीं जूस की दुकान संचालित करता है।

रविवार रात 9 बजे उसकी दुकान पर अनमोल सिंधू निवासी संत नगर और स्वर्ण सिंह उर्फ सोंटा, अभिषेक कुशवाह व अन्य साथियोंं दुकान पर आए और हफ्ते के नाम पर आठ हजार रुपए की मांग करने लगे।

उन्होंने कहा कि दुकान चलाना है तो हर महीने आठ हजार रुपए देना पड़ंेगे। युवक ने देने से इनकार किया तो बदमाशों ने पत्थरबाजी करना शुरू कर दी, जिससे पास की हेमेंद्र नामक युवक की नमकीन की दुकान में भी नुकसान हुआ।

इसके बाद बदमाशों ने आशीष को पीटना शुरू कर दिया। विवाद की सूचना के बाद मकान मालिक बीच-बचाव करने पहुंचा तो अनमोल ने लोहे के झारे से सिर पर वार कर सिर फाड़ दिया।

यह देख वहां के रहवासी ऋषभ, हेमेंद्र पवार, रवि, राकेश आए तो अनमोल वहां से भाग निकला। थोड़ी देर बाद वह तलवार लेकर सोंटा के साथ अस्पताल पहुंचा, जहां घायल भर्ती था और वहां पर तलवार दिखाते हुए लोगों को जान से मारने की धमकी देने लगा। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और अनमोल और सोन्टा पर प्रकरण दर्ज क र हिरासत में ले लिया।

पकड़़ाए बदमाशों के आपराधिक रिकॉर्ड भी
अनमोल ङ्क्षसधू और स्वर्ण सिंह उर्फ सोंटा के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड भी हंै। सोंटा क ांग्रेस की तरफ से चुनाव भी लड़ चुका है।

विवाद के बाद दोनों पक्षों के नेता पहुंचे थाने
विवाद के बाद थाने में देर रात तक दानों पक्षों की तरफ से भीड़ लगी रही। घायल आशीष की तरफ से मधु वर्मा और बलराम वर्मा, वहीं वसूलीबाजों की तरफ से पूर्व विधायक तुलसी सिलावट समर्थकों के साथ थाने पहुंच गए।

इस दौरान दोनों नेता आपस में बात करने लगे। जैसे ही मीडिया की नजर पड़ी तो दोनों कैमरे से मुंह छिपाकर गाडिय़ों के पीछे जाकर बात करने लगे। करीब 15 मिनट तक दोनों की बात चली और बाद में तुलसी सिलावाट थाने से रवाना हो गए।

पुलिस देती रही वीआईपी ट्रीटमेंट
थाने में बंद सोंटा को पुलिस वीआईपी ट्रीटमेंट देने में लगी रही। बताया जाता है कि सोंटा के लिए कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के थाना प्रभारी के पास फोन आए थे, जिसके बाद रातभर पुलिस उसकी खिदमत में लगी रही।