आष्टांग आयुर्वेद कॉलेज में कैंसर के प्रति जागरूकता अभियान के तहत वेबिनार ब्रोशर वितरण के साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीजों को इस बीमारी के बारे जागरूक किया जा रहा है। हर माह कॉलेज में 40 से 50 मरीज कैंसर के लिए आयुर्वेदिक इलाज लेने आ रहे है। शल्य तंत्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर अखिलेश भार्गव ने बताया कि कैंसर जागरूकता माह का उद्देश्य महिलाओं में स्तन कैंसर के कारण, लक्षण और इलाज की जानकारी देना है, क्योंकि लक्षणों की जानकारी के अभाव में बीमारी का सही समय पर पता नहीं चलता और बीमारी का इलाज मुश्किल हो जाता है। भारत में प्रतिदिन कैंसर मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसमें स्तन कैंसर लगभग 13 प्रतिशत है।
आयुर्वेदिक दवाओं से कैंसर का इलाज
डॉ भार्गव कहते हैं कि सभी पद्धतियों में कैंसर के इलाज की व्यवस्था है, परंतु पिछले कुछ समय में इलाज के लिए आयुर्वेद में भी विश्वास बढ़ा है। औषधियों से कैंसर मरीज राहत पा रहे हैं। आयुर्वेद में हजारों वर्ष पूर्व ही सुश्रुत संहिता में अर्बुद अर्थात कैंसर के कारण, लक्षण एवं चिकित्सा का वर्णन है। अस्पताल में सभी तरह के कैंसर का इलाज मौजूद है।