
CM RISE : MALHAR AASHARAM SCHOOL
इंदौर.
इंदौर में बनने वाले सीएम राइज स्कूलों का शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भूमिपूजन किया। लेकिन सीएम राइज स्कूल में चयनीत हुए स्कूलों में अभी भी छात्रों को पढ़ाने के लिए पूरी सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है। इन स्कूलों में छात्रों के लिए सभी सुविधाएं जुटाई जानी है। लेकिन सीएम राइज स्कूल में चयनीत मल्हाराश्रम स्कूल में तय की गई शिक्षकों की संख्या अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। हालत ये है कि स्कूल शिक्षा विभाग के अनुभवी शिक्षक यहां पढ़ाने के लिए तैयारी नहीं है जिसके कारण स्कूल में कई पद अभी भी खाली ही है।
इंदौर और आसपास के प्रतिभावान छात्रों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने के लिए मल्हार आश्रम को सीएम राइज स्कूल के तौर पर विकसित किया गया है। इंदौर और दूरदराज के इलाकों से प्रतिभावान छात्रों को यहां पढऩे के लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही उनके रहने के लिए हॉस्टल की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी। इस स्कूल को तैयार करने का मकसद प्रतिभाओं को सुविधाओं के अभाव में खत्म होने से बचाना भी है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इन स्कूलों के जरिए शिक्षा के प्रसार को नए आयाम देने की घोषणा की है, लेकिन इंदौर में अलग ही मामला सामने आ रहा है। सीएम राइज स्कूल मल्हाराश्रम में अभी भी शिक्षकों के एक दर्जन से ज्यादा पद खाली हैं। दरअसल स्कूल शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों में पढ़ाने के लिए शिक्षकों को विशेष छूट दी थी। विभाग ने इन स्कूलों में तबादला कराने के लिए इच्छूक शिक्षकों से आवेदन मांगे थे। इसमें इंदौर ग्रामीण क्षेत्र में मौजूद वो शिक्षक जो कि नौकरी में नए हैं, वो तो पढ़ाने के लिए तैयार हो गए। लेकिन वरिष्ठ और अनुभवी शिक्षकों के आवेदन ही विभाग को नहीं मिले हैं। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि इन स्कूलों के रिजल्ट को लेकर सबसे ज्यादा शिक्षकों पर ही दबाव रहेगा। ऐसे में अनुभवी शिक्षक इन स्कूलों में पदस्थापना से ही बच रहे हैं। जिसके कारण कई विषयों के शिक्षकों की नियुक्ती ही अभी तक नहीं हो पाई है। ऐसे में छात्रों की पढ़ाई को नुकसान होना भी तय माना जा रहा है। हालांकि विभाग के अफसरों का कहना है कि सीएम राइज स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ती लगातार जारी है। जल्द ही जो खाली पद हैं वो भी भर दिए जाएंगे।
Published on:
30 Oct 2022 10:52 am
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