आइडीए खोलेगा सौगातों का पिटारा, 6 हजार करोड़ का आज होगा बजट पेश
इंदौर। इंदौर विकास प्राधिकरण (आइडीए) आज 6 हजार करोड़ रुपए का बजट पेश करने जा रहा है। जिसमें शहर को कई सौगातें मिलने वाली हैं। बजट शहर के कुछ प्रमुख लोगों के सामने पेश होगा ताकि चल रहे विकास और भविष्य का नजारा दिखाया जा सके। इसमें ब्रिलियंट की तर्ज पर आइडीए 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर बनने जा रहा है। बजट में जिसकी राशि भी रख दी गई है। वहीं पुणे स्थित अमेजिका जैसा पार्क सयाजी के पास बनाया जाएगा।
लंबे इंतजार के बाद आज आइडीए अपना छह हजार करोड़ का बजट पेश करने जा रहा है। बजट में कई योजनाएं भी तैयार की गई हैं जो किसी सौगात से कम नहीं होंगी। उसमें मुख्यमंत्री की मंशा को भी पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद इंदौर आए चौहान ने आइडीए से 10 हजार लोगों की बैठक क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर बनाने की मंशा जाहिर की थी।
उसको लेकर आइडीए ने हलचल तो पहले ही तेज कर दी थी। सुपर कॉरिडोर पर 17 हेक्टेयर जमीन का चयन कर लिया था जो आवासीय प्रयोजन के लिए आरक्षित थी। उसका लेड यूज बदलने के लिए भोपाल प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया। जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी। कन्वेंशन सेंटर को बनाने में आने वाले खर्च का बजट में प्रावधान रखा है। उसके अलावा शहर में १२ ओवर ब्रिजों को भी रखा जा रहा है जिसमें से भंवरकुआं, लवकुश चौराहा, खजराना और फूटी कोठी चौराहे का काम भी शुरू हो गया है। लवकुश चौराहा पर तो डबल डेकर ब्रिज बनाया जा रहा है। नए ब्रिजों में महू नाका चौराहे को भी लिया गया है।
सोलर सिटी पर फोकस
नगर निगम ने सोलर सिटी को लेकर अभियान शुरू किया है उसी तर्ज पर आइडीए भी काम करने जा रहा है। अपनी प्रमुख योजना और बनाए जाने वाले भवनों में सोलर ऊर्जा के लिए सिस्टम लगाए जाएंगे।
स्र्टाअप पार्क
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान को लेकर आइडीए स्टार्टअप पार्क भी बनाने जा रहा है जिसका बजट में प्रावधान रखा गया है। पार्क में युवा उद्यमियों को जगह उपलब्ध कराई जाएगी ताकि वे अपना कारोबर कर सकें।
अमेजिका जैसा चिल्ड्रन पार्क
सयाजी होटल के पास आइडीए की पुणे के अमेजिका की तर्ज पर चिल्ड्रन पार्क बनाने की योजना है। जमीन का सदुपयोग नहीं करने पर लीज निरस्ती के बाद से प्लॉट खाली पड़ा है। विश्वस्तरीय पार्क होगा जिसमें कई तरह की गतिविधियां होंगी।
महिला उद्यमियों को जगह
आइडीए ने महिला उद्यमियों के लिए भी योजना बनाई है। विकास केंद्र खोलकर उन्हें जगह दी जाएगी। प्राथमिकता एमीसेमी से पंजीबद्ध संस्थाओं को ही दी जाएगी जो कुछ वर्षों से काम कर रही हो। न लाभ न हानि पर जमीन दी जाएगी।
3 प्रतिशत नामांतरण शुल्क
गृह निर्माण संस्था के सदस्यों को आवंटित संपत्ति के नामांतरण पर 6 प्रतिशत लेता है, लेकिन आइडीए की संपत्ति पर ये शुल्क 3 प्रतिशत ही है। विसंगति को लेकर कई बार पीडि़तों ने आग्रह किया था। संभावना है कि आज शुल्क तीन प्रतिशत करने की भी घोषणा की जा सकती है।