
कोरोना का कहर: खाद्य तेलों पर मंदी का संकट
इंदौर. कोरोना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया की मुश्किलों का सबब बन चुका है। चीन से शुरू हुए इस संकट के कारण दुनियाभर के बाजारों में मंदी का माहौल है। निर्यात एवं आयात के द्वारा पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्थाए एक दुसरे से जुड़ी हुई हैं। भारतीय सन्दर्भों में देखे तो भारत में कृषि उत्पाद बाजार प्रभावित हुआ है।
कोरोना संकट के बाद वैश्विक आंकड़ों की बात करें तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाम तेल का दाम करीब 100 डॉलर प्रति टन टूट गया है। जबकि भारत में पाम तेल के दाम में बीते एक महीने में करीब 10 रुपए प्रति किलो की गिरावट आई है। पाम तेल सस्ता होने से सरसों, सोयाबीन, मूंगफली समेत अन्य तेलों के दाम में भी नरमी का रुख बना हुआ है। सरसों के फरवरी महीने के वायदा भाव में बीते एक महीने में 400 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई है।
किसानों की मुसीबत बढ़ेगी
रबी सीजन की फसल की आवक को देखते हुए ये कहना भी गलत नहीं होगा कि आने वाले दिनों में किसानों की परेशानी बढ़ सकती है। सरसों व अन्य तिलहन फसलों के दाम में आयी गिरावट के कारण किसानों को फसलों का उचित दाम नहीं मिल पाएगा।
Published on:
23 Feb 2020 12:59 am
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