इंजीनियर ने बच्चों के साथ क्रिसेंट वाटर पार्क में किया सुसाइड
तौलकर उतना लिया सोडियम नाइट्रेट कि जिससे मौत हो जाए
दिल्ली से आए परिजन हुए बदहवास
वाटर पार्क सुसाइड : बिस्तर पर ऐसे था शव मानो आखिरी समय पत्नी से कर रहे हो बात, परिजन बोले- हम तो स्तब्ध हैं…
कृष्णपालसिंह चौहान @ इंदौर. खुड़ैल के क्रिसेंट वाटर पार्क में दो बच्चों के साथ आत्महत्या करने वाले दंपती के परिजन सकते में हैं। दिल्ली से आए उनके बहनोई विपिन का कहना है कि यह ब्लाइंड केस बन गया है। प्रीति के पिता ने बुधवार को ही उनसे बात की थी। हमें तो यह समझ नहीं आ रहा है कि यह घटना हुई कैसे। हमारा पूरा परिवार इस बात पर एकसाथ चर्चा करेगा कि आखिर हुआ क्या था। उन्हें इतना बड़ा कदम क्यों उठाना पड़ा। बच्चे पढ़ाई में भी बहुत होशियार थे। बेटा तो टॉपर लेवल पर था। हम कोशिश कर रहे हैं कि अंतिम संस्कार के लिए शव दिल्ली लेकर जाएं।
must read : बिना बताए घर से निकले तीन बच्चे खदान में नहाते-नहाते डूबे, मौत फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. बीएल मंडलोई ने बताया कि घटना के बाद हम मौके पर गए जहां एक तौलकांटा भी मिला। इससे स्पष्ट था कि सोडियम नाइट्रेट की उतनी मात्रा ली, जिससे मौत हो जाए। इसे सभी लिक्विड में पीकर सो गए। इससे इनकी मौत हो जाए।
कोल्ड कॉफी में पिलाया केमिकल एसडीओपी अजय वाजपेयी के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है। दरवाजा अंदर से बंद था। ये लोग मास्टर कमरे में थे। बाहर के हॉल के बेड पर बेटा-बेटी और कमरे में पति-पत्नी के शव थे। बच्चे सोने की मुद्रा में थे, नाखून नीले पडऩे से जहरीली वस्तु खाने की आशंका है। पति का शव इस तरह बेड पर था, मानो आखिरी समय में पत्नी से बात कर रहे थे। पता चला कि दो दिन रूम बुक करने के बाद बुधवार दोपहर 3 बजे परिवार टैक्सी से क्रिसेंट पहुंचा था। रूम में कोल्ड कॉफी व पानी की बोतल बुलाई थी। इसके बाद कोई संपर्क नहीं रहा। इससे लगता है, बच्चों को केमिकल कोल्ड कॉफी में मिलाकर पिलाया गया।
दिल्ली से दो साल पहले आया था परिवार टीआइ रूपेश दुबे ने मौके पर पहुंचने के बाद अपने परिचित को डीबी सिटी में सूचना दी तो पड़ोसी सक्सेना परिवार के घर गए। वहां करीब 85 वर्षीय मां अकेली थीं। पड़ोसियों ने उन्हें कुछ नहीं बताया और क्रिसेंट पार्क पहुंच गए। पड़ोसियों का कहना था, परिवार मूल रूप से दिल्ली का निवासी है और दो साल पहले एल्डोरा वन 804 फ्लैट में रहने आया था। परिवार खुशमिजाज था, लेकिन पड़ोसियों से बातचीत कम थी, इसलिए वे कुछ नहीं जानते। अभिषेक की बहन दिल्ली में रहती हैं, ससुराल भी वहीं है। सूचना पर वे इंदौर के लिए रवाना हुए। रात तक शव कमरे में ही थे।
यह है पूरा मामला अपोलो डीबी सिटी में रहने वाले इंजीनियर अभिषेक सक्सेना (45), उसकी पत्नी ा्रीति सक्सेना (42), बेटे अद्वित (14) व बेटी अन्यया (14) के शव बरामद हुए थे। अभिषेक ने एक दिन पहले कमरा किराए से लिया था। गुरुवार को परिवार के लोग कमरे से बाहर नहीं आए तो शाम के समय रिसोर्ट प्रबंधन सक्रिय हुआ। काफी प्रयास के बाद भी जब अंदर से बंद कमरे को नहीं खोला तो मास्टर की का इस्तेमाल किया। दरवाजा खोलने पर चार लोगों के शव कमरे के अंदर दिखे तो खुड़ैल पुलिस को सूचना दी।