एसजीएसआईटीएस कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग कर रही धनश्री भट्ट थर्ड ईयर में है। उन्होंने बताया, जब उनकी बैच कॉलेज में नई थी तब सीनियर्स ही उनके पहले दोस्त थे। यह दोस्ती आज तक कायम है। शुरुआत में सभी सीनियर्स से बात कर उनके कॉन्टेक्ट डिटेल्स, हॉबी और बर्थ डेट को डायरी में लिखा था। यह कंसेप्ट अब हमारे जूनियर्स भी फॉलो कर रहे हैं। धनश्री ने कहा, जूनियर्स-सीनियर्स की बॉन्डिंग से बड़े-बड़े काम आसान हो जाते हैं। उन्होंने बताया, कॉलेज में अलग-अलग क्लब्स चलते है। इसे दोनों मिलकर ही चलाते हैं। फस्र्ट ईयर मैकेनिकल स्टूडेंट समर्थ श्रीवास्तव कहते हैं, डायरी सिस्टम बेस्ट सिस्टम है। इससे सीनियर्स से आत्मीयता बढ़ी है।