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इन स्पीड ब्रेकर्स पर गाडिय़ां रुकेंगी, नहीं लगेंगे झटके

पलासिया चौराहे पर आइआइएसटी प्रोफेसर ने ७ घंटे में बनाया शहर का पहला ३डी स्पीड ब्रेकर

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Indore

इंदौर. हमारी चमचमाती सडक़ों पर जहां-तहां बने स्पीड ब्रेकर्स पर झटके तो सबने खाए होंगे, लेकिन मंगलवार को शहर में ऐसा स्पीड ब्रेकर बनाया गया जिनसे गाडिय़ों की रफ्तार को थमेगी, लेकिन झटके नहीं लगेंगे। ये ३डी स्पीड ब्रेकर आइआइएसटी कॉलेज के प्रोफेसर दीपक यादव ने तैयार किए हैं। कॉलेज के सामाजिक दायित्व निर्वहन कार्यक्रम के तहत प्रोफेसर ने सोमवार देर रात ७ घंटे की मेहनत के बाद पलासिया चौराहे पर यह स्पीड ब्रेकर तैयार किया है। सुबह चौराहे पर पहुंचते ही लोग इसे देख अचंभित रह गए। किसी ने अचानक ब्रेक लगाए तो कोई स्लो स्पीड में सडक़ पार करता दिखा। कॉलेज डायरेक्टर जनरल (रिटा.) अरुण एस भटनागर ने बताया कि यह 3डी स्पीड ब्रेकर इस तरह से बनाए गए हैं कि देखने पर उभरे हुए दिखाई देते हैं जिससे वाहन चालक खुद की अपनी गति को नियंत्रित कर दुर्घटना से बच सकते हैं। ऊंट की सवारी की याद दिलाने वाले स्पीड ब्रेकर्स को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार भी देशभर में इस प्रकार के नवाचार का उपयोग करने पर विचार कर रही है।
१ हजार रुपए में किए तैयार
प्रो. दीपक ने बताया कि 3डी स्पीड ब्रेकर बनाने का आइडिया यूट्यूब पर यूरोप की सडक़ों पर बने 3डी स्पीड ब्रेकर देखकर मिला है। इसमें महज 1 हजार रुपए का खर्च आता है। उन्होंने कहा कि यह शहर में पहला प्रयास है और आने वाले समय में स्पीड ब्रेकर को रेडियम से तैयार किया जाएगा, जिससे रात में भी वाहन चालक इन्हें आसानी से देख सकेंगे। कॉलेज स्टूडेंट्स ने इसके साथ ही वाहन चालकों में हेलमेट के लिए जागरूकता फैलाने के लिए बाइक रैली निकाली। रीगल तिराहे से निकली इस रैली में 100 स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। इस दौरान डायरेक्टर सहित ट्रैफिक डीएसपी प्रदीप चौहान भी मौजूद थे। रैली पलासिया चौराहे से होते हुए रीगल तिराहे पर खत्म हुई।
३डी स्पीड ब्रेकर के फायदे
वाहन चालकों को कई फीट दूर से भी आएंगे नजर।
चालकों को धचकों और झटकों से पूरी तरह मुक्ति मिलेगी।
शहर की सडक़ों का आकर्षण बढ़ेगा।
स्पीड ब्रेकर से होने वाली दुर्घटनाएं कम होगी।
धचके नहीं लगने के कारण वाहनों में नुकसान कम होगा।