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साधु संतों के हाथों होगा रावण दहन, वानर सेना निकालेगी शोभा यात्रा

इसमें वानर सेना भी रहेगी, जो मार्ग में बुराई पर अच्छाई की विजय और श्रीराम के जयकारे लगाते चलेगी।

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Dussehra,Ravan Dahan,

इंदौर. इंदौर सेवा ट्रस्ट द्वारा पश्चिमी क्षेत्र में विशाल रावण दहन का आयोजन किया जा रहा है। रावण दहन के पूर्व भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमानजी की भव्य शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। इसमें वानर सेना भी रहेगी, जो मार्ग में बुराई पर अच्छाई की विजय और श्रीराम के जयकारे लगाते चलेगी।

ट्रस्ट अध्यक्ष योगेंद्र महंत और अनंत महंत ने बताया कि 30 सितंबर को शाम 7 बजे 60 फीट रोड स्थित मैदान पर रावण दहन का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष 31 फीट रावण के साथ ही 31 फीट कुंभकर्ण और मेघराज का दहन भी संतों द्वारा किया जाएगा। शोभायात्रा कालानी नगर चौराहे से प्रारंभ होकर विभिन्न मार्गों से होती हुई पुन: 60 फीट रोड स्थित मैदान पर पहुंचेगी। शोभायात्रा समापन के बाद रंगारंग आतिशबाजी की जाएगी। रावण दहन में 7 गरबा मंडलों की बालिकाओं द्वारा गरबों की प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम स्थल पर आर्केस्ट्रा ग्रुप के कलाकारों द्वारा भजनों एवं नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम में मुख्य रूप से महामंडलेश्वर कम्प्यूटर बाबा, लक्ष्मणदास महाराज, चिन्मयानंद सरस्वती, डॉ. चेतनस्वरूप सहित संत समाज उपस्थित रहेगा। 151 फीट लंका का दहन होगा।

दशहरा मैदान पर 30 सितंबर रावण दहन कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। लंका बनना बाकी है। यहां 50 वर्षों से रावण दहन किया जा रहा है। दशहरा महोत्सव समिति के संयोजक सत्यनारायण सलवाडिय़ा और पिंटू जोशी ने बताया कि वर्षों पूर्व वानर सेना इमली बाजार चौराहे से निकलती थी, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए दशहरा मैदान पहुंचती थी। तब ट्रैफिक कम और महू नाका चौराहा से दशहरा मैदान तक कॉलोनियां नहीं होने से दशहरा मैदान दूर से ही नजर आता था। ढोल-ढमाकों पर वानर सेना रास्तेभर करतब दिखाते बढ़ती थी। वानर सेना में सभी धर्मों के लोग शामिल होते थे। इस बार भी १११ फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया है, जिसे शाम को खड़ा भी कर दिया गया। बरसात के दिनों में रावण दहन बमुश्किल से होता है। हालांकि भगवान श्रीराम द्वारा अग्निबाण से रावण दहन किया जाता है। उसके पहले खेमा इंडस्ट्रीज के गेरा परिवार द्वारा नि:शुल्क आतिशबाजी की जाती है।

कलाकार हीरालाल सलवाडिय़ा, राकेश वर्मा और प्रवीण हरगांवकर ने बताया कि महंगाई की वजह से हर वर्ष रावण निर्माण की लागत बढ़ रही है। इसके बावजूद समिति ने रावण की ऊंचाई कभी कम नहीं की। इस बार भी 111 फीट ऊंचा रावण और 250 फीट की लंका बन रही है। अब विजयादशमी पर वानर सेना महू नाका चौराहे से निकलकर दशहरा मैदान पहुंचती है।