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कड़ी मेहनत के बाद खुद ने पाई सफलता, अब दूसरों को प्रशिक्षण देकर संवार रहे उनके सपने

प्रदेश के युवा समाज के प्रति भी अपना दायित्व निभा रहे हैं। वे खुद सक्सेस होने के साथ जरूरतमंदों को भी काबिल बना रहे हैं।

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कड़ी मेहनत के बाद खुद ने पाई सफलता, अब दूसरों को प्रशिक्षण देकर संवार रहे उनके सपने

कड़ी मेहनत के बाद खुद ने पाई सफलता, अब दूसरों को प्रशिक्षण देकर संवार रहे उनके सपने

ग्वालियर. वे अपनी फील्ड में उन्हें प्रशिक्षित कर उनके सपने बुनने में मदद कर रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं ग्वालियर की मोना शर्मा। वे आर्ट एंड क्राफ्ट वर्क करती हैं। उनके बनाए प्रोडक्ट देश विदेश तक जाते हैं। उन्होंने अपने स्टार्टअप को सक्सेस बनाने के साथ लोगों को भी प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण पाकर लोग खुद का स्टार्टअप शुरू कर चुके हैं।

ढाई हजार लोगों को किया ट्रेंड
घर पर डेकोरेटिव आयटम्स बनाती थी। लोगों ने एप्रिशिएट किया तो स्टार्टअप डाल दिया। मेरा टोटली आर्ट एंड क्राफ्ट से जुड़ा वर्क है। मेरा मानना है घर से बाहर फेंकने वाला कोई भी सामान बेकार नहीं होता, थोड़ी सी क्रिएटिविटी दिखाई जाए तो उसे बेस्ट बनाया जा सकता है। इसी थीम पर मैंने ढाई हजार से अधिक लोगों को ट्रेंड किया है। साथ ही १०० से अधिक लोगों को फ्री में ट्रेंड कर चुकी हूं, जिसमें से लगभग ३० लोगों ने खुद के स्टार्टअप शुरू किए हैं। मोना शर्मा, फाउंडर, मोना आर्ट ग्रुप ग्वालियर

क्षेत्रों की महिलाओं को दिया प्रशिक्षण
गिफ्ट आयटम्स के रूप में कारीगरों के प्रोडक्ट की डिमांड ज्यादा है। ऐसे में ट्रेनिंग देकर कई लोगों को हुनरबाज बनाया है। इसके लिए ग्रामीण स्तर पर कई महिलाओं को जोड़ा है, जिन्हें काम की बहुत ज्यादा जरूरत थी। इस दिशा में पूरी टीम काम कर रही है। हमने स्टार्टअप की शुरुआत दो साल पहले की थी।
विजय पाटीदार, संस्थापक, गो शिल्प भोपाल

महिलाओं को दिया रोजगार
पिछले दो साल से ज्योति बाग प्रिंट की ज्वेलरी बनाने का काम कर रही हूं। वेस्ट कपड़ों से यूं ही पहले तो हाथों से ज्वेलरी बनाया करती थी फिर जब महिलाओं को ज्वेलरी पसंद आने लगी तो मैंने कुछ महिलाओं रोजगार दिया। किसी को स्टीचिंग का काम दिया तो किसी ने उसे डिजाइन करने का काम किया। इस तरह उन्हें भी रोजगार मिल गया और मुझे भी मदद मिल गई। धीरे धीरे काम बढ़ता गया। अब मेरी डिजाइन की हुई ज्वेलरी न सिर्फ इंदौर बल्कि उज्जैन और भोपाल के अलावा कई शहरों तक पहुंच रही है। इसके लिए पहले मैं वर्कर को बाग प्रिंट की ज्वेलरी डिजाइन करके देती हंू और वे स्टीचिंग व ऑक्सोडाइज लगाना या बिट्स लगाने का काम करते हैं।
ज्योति जानानी, बिजनेसवुमन, इंदौर