
MP News : इंदौर जिले के बेटमा क्षेत्र के ग्राम सांधवी में सोमवार शाम संविधान दिवस पर दलित युवक(Dalit Atrocities) की बरात को मंदिर में दर्शन करने जाने से रोकने का मामला सामने आया है। गांव के कुछ लोगों ने दूल्हे और उसके रिश्तेदारों को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया। जब हंगामा बढ़ा और दूल्हे के रिश्तेदारों व परिजनों ने विरोध दर्ज कराया तो पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश देकर मामला शांत कराया गया।पुलिस का कहना है कि दूल्हे को दर्शन से नहीं रोका गया था, गर्भगृह को लेकर आपत्ति थी। हमने सभी पक्षों से चर्चा की है।
जानकारी के अनुसार, सांघवी गांव में युवक अंकित सोलंकी के बनोला (बरात) के दौरान सोशल मीडिया पर यह संदेश फैल गया कि दूल्हे(Dalit Atrocities) को मंदिर में प्रवेश से रोक दिया गया। इसके चलते समाज में आक्रोश की स्थिति बनने लगी। पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच की तो पाया कि गर्भगृह में जाने को लेकर कुछ लोगों व बरातियों में विरोध उभर आया था। पुलिस की मौजूदगी में दूल्हे ने मंदिर में प्रवेश किया व पूजन किया। ग्राम सरपंच संदीप देवड़ा ने बताया कि गांव में किसी भी जाति या समुदाय के व्यक्ति को मंदिर में दर्शन से नहीं रोका जाता।
थाना प्रभारी बेटमा मीणा कर्णावत ने बताया कि मंदिर में प्रवेश पर किसी प्रकार की कोई रोक नहीं थी। केवल गर्भगृह में प्रवेश को लेकर पुजारी ने कहा कि गर्भगृह में नहीं जा सकते। इसी बात को लेकर कुछ विरोध था, जिसे समझाइश से सुलझा लिया गया व दूल्हे व बराती दर्शन कर चले गए।
Published on:
15 Apr 2025 07:14 am
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