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VIDEO : बाबा रणजीत के दरबार में उत्साह के रंग, फाग आरती में जमकर उड़ाए इत्र और फूल

- सुबह व शाम की हुई आरती में भगवान ने भक्तों ने मनाया फाग उत्सव

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इंदौर

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Hussain Ali

Mar 01, 2023

VIDEO : बाबा रणजीत के दरबार में उत्साह के रंग, फाग आरती में जमकर उड़ाए इत्र और फूल

VIDEO : बाबा रणजीत के दरबार में उत्साह के रंग, फाग आरती में जमकर उड़ाए इत्र और फूल

इंदौर. रणजीत हनुमान मंदिर दरबार में मंगलवार को धूमधाम से फाग उत्सव मनाया गया। फाग उत्सव सुबह व शाम की आरती के समय आयोजित किया गया। सुबह 9 बजे भगवान रणजीत हनुमान की आरती के साथ उत्सव की शुरुआत हुई। मंदिर परिसर में ढाई हजार से ज्यादा भक्त मौजूद रहे। इत्र और फूलों की पंखुडि़यों से पूरा मंदिर परिसर महक उठा। शाम को फिर आरती के बाद फाग उत्सव मनाया गया।

सुबह 9 बजे भगवान रणजीत हनुमान की आरती के साथ ही भक्तों पर फूलों की पंखुडि़यां उड़ाई गई। ढोलक की थाप पर भक्तों ने जय श्रीराम, जय रणजीत के जयकारे लगाए। फाग उत्सव को लेकर मंदिर में खास तैयारियां की गई। शाम को आयोजित फाग उत्सव में 11 क्विंटल फूलों की पंखुडिय़ों का उपयोग किया गया जिसमें मुख्य रूप से गुलाब, गेंदा, मोगरा के फूलों की पंखुडि़यां रहीं। इन पंखुडिय़ों में इत्र डाला गया। कई भक्त यहां व्यवस्था संभालते नजर आए। आरती के बाद भक्तों ने फूलों की होली के उत्सव का आनंद लिया।

गर्भगृह में सजा फूल बंगला

मंदिर के पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि मंगलवार को फाग उत्सव में भगवान का भव्य शृंगार किया। इसके साथ ही भगवान के गर्भगृह में 250 किलो फूल से बंगला सजाया। मंदिर के द्वार पर राधाकृष्ण को होली खेलते दर्शाया। पं. व्यास ने बताया कि मंदिर में फाग उत्सव मनाने की परंपरा मंदिर बनने के साथ ही चली आ रही है। भक्तों को संकल्प दिलाया गया कि वे होली पर कंडों का इस्तेमाल ज्यादा करें।

होली खेले रघुवीरा अवध में जैसे भजनों पर झूमीं हजारों मातृशक्ति

संस्था सृजन द्वारा 10 दिवसीय फाग महोत्सव के तहत मंगलवार को वृंदावन कॉलोनी पर मातृशक्तियों ने बृज की लट्ठमार होली खेली। अध्यक्ष कमलेश खंडेलवाल ने बताया कि भजन गायक पीयूष भावसार, शैलेंद्र भावसार ने होली खेले रघुवीरा, राम के हाथ कनक पिचकारी, रंग डारो श्याम खेले होली, गोविंदा आला रे आला आदि भजनों पर खूब नृत्य कर फाग में भरपूर आनंद लिया। इस अवसर पर मथुरा, वृन्दावन, गोकुल, बरसाना में होने वाली विविध प्रकार की होली खेली गई और रास का वहां के कलाकार ने आकर प्रस्तुत किया।