
इंदौर . देवास के लोहा व्यापारी के कर्मचारी के साथ हुई लूट का खुलासा हो गया है। बताया जाता है कि कर्मचारी ने ही इस फर्जी लूट की कहानी बनाई थी। उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ योजना बनाई और उन्हें रुपए देने के बाद मालिक को लूट की झूठी कहानी बताई।
पुलिस के अनुसार देवास के लोहा व्यापारी के कर्मचारी के साथ लूट की वारदात होने की सूचना मिली थी। कर्मचारी भगवती पिता शिवनारायण ने बताया कि वह देवास में लोहा व्यापारी अशोक सोमानी के यहां पर काम करता है। कल शाम पांच बजे वह देवास से साढ़े सात लाख रुपए लेकर निकला था, उसे वह रुपए अशोक सोमानी ने इंदौर के ट्रेड सेंटर पर कमल राठी को देने के लिए भेजा था। रास्ते में बाइक सवार ने उसे लूट लिया।
एएसपी शैलेंंद्र चौहान ने बताया कि इस मामले में प्राथमिक पूछताछ से ही शंका हो रही थी। पुलिस ने कर्मचारी के बताए घटनास्थल और संभावाओं की जांच की तो उसकी कहानी झूठी निकली। सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपित ने दो अन्य साथियों के साथ फर्जी लूट की कहनी बनाने की बात कही थी। पुलिस कर्मचारी और उसके दो साथियों के खिलाफ कार्रवाई रही है।
चार साल से ला रहा था रुपए
भगवती चार सालों से व्यापारी के यहां काम कर रहा था। वह अक्सर रुपए लेकर आता-जाता था। उस पर व्यापारी को भरोसा था, उसने जब बड़ी रकम का लेन-देन होते देखा तो उसके मन में लालच आ गया और उसने साथियों के साथ मिलकर वारदात की।
ऐसे सामने आई सच्चाई
1. उसने लाल मिर्ची फेंककर लूट करना बताया था, लेकिन उसे देखकर नहीं लग रहा था कि मिर्ची फेंकी गई है। उसके कपड़े पर मिर्ची थी, लेकिन वह भी ऐसी थी कि लग रहा था किसी ने उड़ाई है। आरोपित का कहना था कि उसने मुंह धो लिया था, लेकिन कपड़े पर लगी मिर्ची सुखी थी।
2. वह देवास से निकलने के कुछ देर बाद ही शिप्रा पहुंच गया था। इस घटनास्थल पर पहुंचने में देरी क्यों हुई? इतनी बड़ी रकम साथ होने के बाद भी वह इधर-उधर घूमता हुआ क्यों आया? पुलिस ने उसके द्वारा बताए गए रास्ते के सीसीटीवी फुटेज चेक किए थे, उनके टाइम और आरोपित के बताए गए समय में अंतर था।
Published on:
27 Jun 2018 08:09 pm
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