
गेहूं का पैसा नहीं मिलने पर भड़के किसान, बोले - व्यापारी को सौंप दो... हम सब वसूल लेंगे
इंदौर । पुलिस के साए में एक व्यापारी कलेक्टोरेट पहुंचा जिसको १५० से अधिक किसानों ने घेर रखा था। किसानों को ढाई करोड़ रुपए लेना है लेकिन व्यापारी के पास ९ लाख रुपए ही थे। नाराज किसानों का कहना था कि व्यक्ति को हमें सौंप दो हम सब वसूल लेंगे। स्थिति देख अपर कलेक्टर ने उसे पुलिस के सौंप दिया।
लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में अपना माल बेचने वाले किसानों से हरि पल्सेस, अपूर्वा ट्रेडिंग, हिंदुस्तान आर्गेनिक,भागीरथ पन्नालाल, हजारीलाल एंड संस ने गेहूं खरीदा था। व्यापारियों ने किसानों को चेक दे दिए लेकिन बाद में वह बाउंस हो गए। तब से किसान व्यापारियों को ढूंढ रहे थे लेकिन उनका अता-पता नहीं था।
किसान इस पर अपर कलेक्टर दिनेश जैन से भी मिले थे और संस्था के हरिनारायण, माणक, राजेंद्र, गोपाल, गिरधर, संजय और राघव खंडेलवाल की शिकायत की थी। प्रशासन ने मध्यस्थता की, तब व्यापारी ने कल २० लाख रुपए देने का वादा किया था लेकिन मंडी में वह ९ लाख रुपए लेकर पहुंचा।
इस पर किसान भड़क गए जिसे देख मंडी के कर्मचारियों ने अपर कलेक्टर जैन के पास ले जाने की समझाईश दी और तुरंत पुलिस को बुलाया। जिसकी अभिरक्षा में हरिनारायण खंडेलवाल को जैन के यहां पेश किया गया। जैन ने वादे के मुताबिक पैसा देने की बात कही तो खंडेलवाल ने हाथ जोड़ लिए, कहना था कि मेरे पास अभी सिर्फ ९ लाख रुपए ही है। इस पर जैन का कहना था कि इससे क्या होगा आपने ही वादा किया था। इतने पैसे से क्या होगा?
खंडेलवाल का जवाब था कि मैं कर रहा हूं। इस पर गुस्साए किसानों का कहना था कि इसे हमें सौंप दो साहब हम सब वसूल लेंगे। माहौल को देखते हुए जैन ने खंडेलवाल को पुलिस के हवाले करने का फैसला लिया क्योंकि गुस्साए किसान कुछ हरकत कर देते तो ठीक नहीं रहता। बाद में उन्हें समझाया कि जो पैसा आया है वह बराबर बांट लें। कुछ किसान पूरे परिवार पर अपराधिक मुकदमा दर्ज कराने की मांग भी कर रहे थे।
Published on:
05 Jun 2019 11:09 am
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