
पिनेकल घोटाला : चार मामलों में मिली दास को जमानत, तीन मामलों में नहीं हो पाई गिरफ्तारी
इंदौर. पिनेकल ड्रिम्स व पिनेकल डिजायर में फ्लैट व प्लॉट की धोखाधड़ी कर करोड़ों वसूलने के मामले में अब भी कई लोग पुलिस के चक्कर काट रहे हैं। पुलिस ने अलग-अलग धोखाधड़ी में 7 केस दर्ज किए हैं।
प्रोजेक्ट लाने वाली कंपनी के डायरेक्टर आशीष दास को 4 मामलों में गिरफ्तार किया, जिसमें जमानत मिल गई है। पुलिस ने अभी 3 मामलों में गिरफ्तारी नहीं ली है। निपानिया व सुपर कॉरिडोर क्षेत्र में जेएसएम देवकॉन कंपनी पिनेकल डिजायर व पिनेकल ड्रीम्स प्रोजेक्ट लाई थी। पिनेकल डिजायर में प्लॉट का सौदा किया था, जबकि ड्रीम्स में बिल्डिंग बनाकर फ्लैट बेचे गए थे। कंपनी के डायरेक्टर आशीष दास व पुष्पेंद्र वढेरा के खिलाफ लोगों ने कई शिकायतें कीं, जिसके बाद लसूडिय़ा व विजयनगर थाने में अलग-अलग धोखाधड़ी के 7 केस दर्ज हुए थे। लोगों का आरोप था, एक फ्लैट व प्लॉट कई लोगों को बेचने का सौदा कर राशि वसूली गई, फिर संचालक फरार हो गए। पिछले साल पुलिस ने आशीष दास को मुंबई के एक फ्लैट से पकड़ा था।
प्रोजेक्ट पूरा करने की शर्त पर मिली जमानत
दास की कोर्ट से जमानत हो गई है। कई पीडि़तों ने संघर्ष समिति बनाई थी। समिति अध्यक्ष डॉ. एसएल शर्मा के मुताबिक पीडि़त व कंपनी के बीच एमओयू हुआ है, जिसके तहत लोगों को टॉवर बनाने के बाद फ्लैट दिए जाएंगे। अभी जिन लोगों से राशि बकाया है, वह लेकर टॉवर पूरे करने की प्लानिंग है।
कुछ दिनों पूर्व हुआ पूजन
लोगों के फ्लैट 2 से 3 लोगों को बेच दिए गए उनके लिए कोई रास्ता निकाला जाना है। हालांकि प्लॉटों को लेकर अब तक कोई रास्ता नहीं निकला है, जिसके कारण पीडि़त परेशान हो रहे हैं। टॉवर बनाने के काम का पिछले दिनों डॉ. शर्मा व आशीष दास की उपस्थिति में पूजन हुआ, लेकिन जो लोग पूरी राशि जमा कर चुके हैं, उनकी रजिस्ट्री कराने व प्लॉट के नाम पर धोखा खाने वाले लोगों की राहत को लेकर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, जिसके कारण लोग परेशान है।
लाखों गंवाने वाले अब भी काट रहे चक्कर
लसूडिय़ा पुलिस ने पिनेकल ड्रीम्स प्रोजेक्ट को लेकर 4 केस दर्ज किए थे। आशीष दास की इन चार केस में गिरफ्तारी कर जेल भेज दिया गया। विजयनगर पुलिस ने पिनेकल डिजायर को लेकर 3 केस दर्ज किए, लेकिन इन केसों में अभी तक गिरफ्तारी नहीं ली है। एक अन्य संचालक पुष्पेंद्र वढेरा अभी तक फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए इनाम घोषित होने के अलावा पुलिस कोई विशेष प्रयास नहीं कर रही है। अभी भी कई ऐसे लोग है जो पिनेकल प्रोजेक्ट में लाखों रुपए गंवाने के बाद पुलिस के चक्कर काट रहे है। एएसपी शैलेंद्रसिंह चौहान ने माना कि अभी कई लोगों की शिकायतों पर जांच चल रही है इसलिए लंबित है। विजयनगर थाने में दर्ज तीन केस में भी आशीष दास व अन्य लोग फरार है।
Published on:
05 Jun 2019 01:01 pm
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
