
इंदौर. उच्च शिक्षा विभाग ने एडमिशन के संबंध एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कॉलेज लेवल काउंसलिंग के एक अतिरिक्त चरण की घोषणा की। कॉलेजों में रिक्त सीटों को भरने के साथ उन छात्रों को इसका फायदा मिलेगा जो किसी न किसी कारण से एडमिशन लेने से वंचित रह गए थे। प्रदेश में करीब दो दशक बाद पहला मौका होगा जब परंपरागत कोर्सेस में १५ अगस्त के बाद भी नियमित एडमिशन दिए जाएंगे।
मंगलवार को शासन ने कॉलेज लेवल काउंसलिंग के अतिरिक्त चरण की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। ये चरण उन छात्रों के लिए भी रहेगा, जिन्होंने अब तक काउंसलिंग के रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराए थे। सबसे ज्यादा फायदा पीजी कोर्स करने वालों को मिलेगा। शिक्षाविद् प्रो. मंगल मिश्र का कहना है कि शासन ने एडमिशन का
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए ऑनलाइन काउंसलिंग की व्यवस्था शुरू की थी। सीएलसी में कॉलेजों को ही एडमिशन के अधिकार दिए जा रहे हैं।
अल्पसंख्यक कॉलेज भी देंगे एडमिशन
होलकर कॉलेज में ही बीएससी बायोलॉजी में ३० सीटें खाली रह गई हैं। न्यू साइंस कॉलेज, न्यू जीडीसी, ओल्ड जीडीसी, जीएसीसी में भी कई कोर्सेस की सीटें सीएलसी के बाद रिक्त रह गई थीं। इन कॉलेजों में अब सौ फीसदी तक एडमिशन होने की उम्मीद है। अतिरिक्त चरण में अल्पसंख्यक कॉलेजों को भी एडमिशन का अवसर दिया गया है। ये कॉलेज अब तक की तरह बगैर रजिस्ट्रेशन के सीधे ही एडमिशन दे सकेंगे। उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक प्रो. केएन चतुर्वेदी ने बताया, बड़ी संख्या में छात्र एडमिशन नहीं ले पाए थे। अतिरिक्त चरण के जरिए वे कॉलेजों में जाकर एडमिशन ले सकते हैं।
गौरतलब है कि एडमिशन में समयावधि की यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है और अब माना जा रहा है कि छात्रों को इस निर्णय के बाद बड़ी राहत मिलेगी। दो दशक बाद लिया गया यह निर्णय छात्रों के बेहतर भविष्य में बड़ी भूमिका निभाएगा।
ये है शेड्यूल
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन २४ से २६ अगस्त
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन २४ से २७ अगस्त
चॉइस फिलिंग २४ से २७ अगस्त
एडमिशन लिस्ट २८ अगस्त
Published on:
23 Aug 2017 10:01 am
बड़ी खबरें
View Allइंदौर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
