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गेस्ट फैकल्टी ने कहा,पास होना है तो अकेले आओ कैबिन में,फिर हुआ चौंका देने वाला खुलासा

नंबर बढ़ाने के नाम पर छात्रा को बुलाया, पिछले सेमेस्टर में हो चुकी है शिकायत

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इंदौर

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Amit Mandloi

Jun 17, 2018

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गेस्ट फैकल्टी ने कहा,पास होना है तो अकेले आओ कैबिन में,फिर हुआ चौंका देने वाला खुलासा

अभिषेक वर्मा
इंदौर. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन में गेस्ट फैकल्टी द्वारा छात्रा से बुरे बर्ताव का मामला सामने आया है। फैकल्टी ने रिजल्ट जारी होने से पहले ही छात्रा को फेल होने की सूचना देकर नंबर बढ़ाने के लिए अकेले कैबिन में बुला लिया। छात्रा द्वारा परिजन या दोस्त को साथ लाने पर कॅरियर खराब करने की धमकी दे रहे हैं।
फोन पर चर्चा के दौरान फैकल्टी अन्य छात्राओं के भी कैबिन में अकेले मिलने की बात स्वीकार रहे हैं। पिछले सेमेस्टर में इनकी शिकायत विभागाध्यक्ष सहित कुलपति को की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। छात्रा और फैकल्टी की बातचीत की रिकॉर्डिंग पत्रिका के पास मौजूद है। गेस्ट फैकल्टी आशुतोष शुक्ला के बर्ताव को लेकर पिछले सेमेस्टर में कुलपति से शिकायत हुई थी। इन्हें हटाने के आदेश भी दिए गए, लेकिन विभाग से कार्रवाई नहीं होने से छात्राओं में गुस्सा है। छात्राओं के अनुसार, शुक्ला अकसर बिना वजह बातें करते हैं। मौका मिलते ही कैबिन में बुलाकर घंटों बैठाए रखते हैं। बीए (ऑनर्स) जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन की छठे सेमेस्टर की छात्राओं को रिजल्ट से पहले ही फेल होने की बात कहकर अकेले में मिलने बुला रहे हैं। एक छात्रा ने मोबाइल रिकॉर्डिंग की है।

पहले कैसे बता रहे रिजल्ट
रिजल्ट घोषित होने से पहले अंक बताकर नियमों की अनदेखी से यूनिवर्सिटी की साख पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। रिकॉर्डिंग में फैकल्टी ने छात्रा को फेल बताया है, जबकि छठे सेमेस्टर का रिजल्ट अभी जारी नहीं हुआ। फैकल्टी यह भी दावा कर रहे हैं कि अकेले में मिलने के बाद वह ऐसा रास्ता निकाल लेंगे, जिससे कॅरियर खराब होने से बच जाए।

छात्रा : सर आपने रिजल्ट देखा क्या?
फैकल्टी : बहुत बुरी स्थिति है, तुम चाहो तो मुझसे मिलने आ जाओ।
छात्रा : मैं मिलने नहीं आ सकती, क्योंकि घरवाले पूछते हैं कि कॉलेज क्यों जाना है?
फैकल्टी : नहीं.. नहीं... किसी को मत बताओ। मैं आपको फेवर करना चाहता हूं। कोई साथ आया तो सब गड़बड़ हो जाएगी। फेल कर देता हूं आपको।
छात्रा : किसी को तो बताना होगा ना?
फैकल्टी : फिर तो तुम सब भूल जाओ। ये जीवन ही आपके लिए नहीं है।
छात्रा : अगर पेपर में कोई प्रॉब्लम आ रही है तो पैरेंट्स को बताऊं तो?
फैकल्टी : आप तो फेल हो, रजिस्ट्रार, वाइस चांसलर किसी को भी कॉपी दिखा लो।
छात्रा : मैं फेल नहीं हो सकती?
फैकल्टी : कंटेंट ही नहीं है। पास नहीं कर सकता। रुको, मैंने अभी कॉपी में नंबर चढ़ाए नहीं हैं।
छात्रा : सर मैंने ज्यादा सवालों के जवाब सही दिए हैं।
फैकल्टी : आप समझ नहीं रहे हो। मदद करना चाहता हूं, इसलिए मिलने आ जाओ। फे्रंड को लाओ, पर बाहर खड़े रखना। मैं आपको पास करना चाहता हूं।

"आशुतोष शुक्ला की शिकायत पिछले सेमेस्टर में भी मिली थी। तभी उन्हें हटाने के निर्देश दे दिए हैं। इस मामले की जांच के बाद सोमवार को कार्रवाई की जाएगी। रिजल्ट घोषित होने से पहले किसी को नंबर नहीं बताए जा सकते।"
-प्रो. नरेंद्र धाकड़, कुलपति
इस संबंध में शुक्ला से मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन शनिवार देर रात तक बंद था।