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प्रवासी भारतीय सम्मेलन में पुलिस मदद चाहिए तो करें क्यूआर कोड स्कैन

अतिथियों को मिलेगी हाई टैक सुरक्षा, तीन हजार कैमरों से निगरानी, परेशानी से बचाने बनाएंगे अस्थायी हेलीपैथ

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प्रवासी भारतीय सम्मेलन में पुलिस मदद चाहिए तो करें क्यूआर कोड स्कैन

प्रवासी भारतीय सम्मेलन में पुलिस मदद चाहिए तो करें क्यूआर कोड स्कैन


इंदौर. 8,9 एवं 10 जनवरी को होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन और इसके बाद इनवेस्टर समिट के लिए पुलिस की विशेष तैयारी शुरू हो गई है। सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू भी शामिल होंगी। दोनों ही कार्यक्रम में देश के साथ ही कई देशों के प्रमुख व बड़े उद्योगपति आएंगे। उनकी गरिमा को ध्यान में रखते हुए पुलिस हाई टैक सुरक्षा देने जा रहा है। किसी भी अतिथि को पुलिस मदद की जरुरत की स्थिति में परेशान न होना पड़े इसलिए ढ़ाई हजार स्थानों पर क्यूआर कोड लगाए जा रहे है ताकि फोन से स्कैन करते ही जिम्मेदार अधिकारी की जानकारी सामने हो। ट्रैफिक की परेशानी से बचाने अस्थायी हेलीपैड भी बनाए जाएंगे ताकि हेलीकाप्टर उतारा जा सके।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी हाई टैक सुरक्षा की पुख्ता तैयारियों मेें लग गए है। सोमवार को पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने इसी के तहत क्यू आर कोड की विशेष योजना को लांच किया। मिश्र के मुताबिक, सम्मेलन में करीब 3 हजार प्रवासी भारतीय आ रहे हैं। उनकी मदद के लिए तैयारियां की हैं। सिटीजन कॉप के फाउंडर राकेश जैन की सहायता से क्यूआर कोड बनाया है। यह क्यूआर कोड होटल, सार्वजनिक स्थान, पर्यटक स्थल पर लगाए जाएंगे। जीपीएस वाले क्यूआर कोड से मेहमान अपनी लोकेशन से पुलिस अधिकारियों, थाना व बीट प्रभारियों से आसानी से संपर्क कर सकेंगे। पुलिसकर्मी भी तत्काल उनकी लोकेशन पर पहुंच जाएंगे। शुरू के 2 दिन क्यूआर कोड सिटीजन कॉप ऐप पर चलेगा। इसके बाद क्यूआर कोड बगैर ऐप डाउनलोड किए काम करेगा।

क्यूआर कोड की इसलिए जरुरत

अधिकारियों का कहना है कि प्रवासी भारतीयों की मदद के लिए विभिन्न स्थानों पर अधिकारियों के नंबर पेंट कराने पड़ते, जिसमें समय लगता। चूंकि आधुनिक तकनीकी के इस्तेमाल पर जोर है इसलिए पुलिस शहर में करीब ढाई हजार लोकेशन पर क्यूआर कोड लगाए जाएंगे। क्यूआर कोड जियो फेंसिंग तकनीक पर काम करेगा। जैसे-प्रवासी भारतीय महालक्ष्मी नगर क्षेत्र का क्यूआर कोड स्कैन करेंगे तो संबंधित क्षेत्र के डीसीपी, एडिशनल डीसीपी, एसीपी, टीआइ, बीट प्रभारी के संपर्क नंबर फोन स्क्रीन पर आ जाएंगे। पुलिस अधिकारी भी लोकेशन पर पहुंच सकेंगे।


तीन हजार कैमरे, अस्थाई हेलीपैड बनाएंगे

कमिश्नर मिश्र ने बताया, सम्मेलन के लिए एयरपोर्ट से ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर पहुंच मार्ग की सुरक्षा बढ़ा रहे हैं। मार्ग पर तीन हजार कैमरे होंगे। मेहमानों को कार्यक्रम स्थल पर पहुंचाने के लिए तीन अस्थाई हेलीपैड बनाएंगे। इनके लिए न्यू लोहामंडी के समीप जगह तलाश रहे हैं। मेहमान एयरपोर्ट से सीधे हेलीपैड और वहां से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर के समीप भी एक अस्थाई हेलीपैड बनाने की तैयारी है। सुपर कॉरिडोर से कार्यक्रम स्थल के बीच मेट्रो का काम चलने से चर्चा है कि एयरपोर्ट से कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए यह मार्ग असुरक्षित है, इसलिए इसे इमरजेंसी और वैकल्पिक मार्ग के रूप में तैयार कर रहे हैं।