
कहीं शर्मिंदा न कर दें मुंह की बदबू, यूं चुटकियों में पाएं इससे छुटकारा
इंदौर. हमारी छोटी-छोटी कमियां और लापरवाहियां कई बार हमारी शर्मिंदगी का कारण बन जाती हैं। मुंह की बदबू को ही लीजिए। दांत अच्छी तरह साफ न करने, खाना खाने के बाद खाद्य पदार्थ मुंह में ही छूट जाने और सोने से पहले अच्छी तरह दांत और मुंह साफ न करने से हमें मुंह की बदबू का सामना करना होता है। कुछ बातों का ध्यान रखकर मुंह की बदबू की परेशानी से बच सकते हैं। जानते हैं कुछ ऐसे ही उपयोगी नुस्खे, जिनके जरिए हम बच सकते हैं मुंह की बदबू से।
सौंफ : सौंफ एंटी माइक्रोबियल है, जो मुंह में बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मार देती है। सौंफ पाचन क्रिया भी दुरुस्त करती है, जो मुंह में बदबू का बड़ा कारण है। इलायची, लौंग व दालचीनी के साथ सौंफ का सेवन ज्यादा कारगर साबित होता है। खाने के बाद सौंफ का नियमित सेवन करने से मुंह की बदबू से छुटकारा मिलता है। सौंफ की चाय भी फायदेमंद रहती है।
ट्री ट्री ऑयल : टी ट्री आइल मुंह के बैक्टीरिया को नष्ट करता है। एक गिलास पानी में समान मात्रा में टी ट्री आइल मिलाएं और इस घोल से नियमित कुल्ला करें। टूथपेस्ट से ब्रश करने के बाद टी ट्री आइल मिश्रित पानी से कुल्ले करें। इससे मुंह की बदबू दूर होगी। इसके नियमित उपयोग से अच्छे परिणाम मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
मैथी और नींबू : मुंह की बदबू मिटाती है मेथी। यह लार बढ़ाती है, जिससे केविटी में मौजूद बैक्टीरिया की ग्रोथ घटती है। आधा लीटर पानी में एक चाय चम्मच मेथी मंदी आंच पर 20 मिनट उबालें। इस घोल को नियमित पीएं। कुनकुने पानी में एक चाय चम्मच ताजा नींबू का रस मिलाएं, थोड़ा नमक मिलाएं और सोने के पहले इस घोल से कुल्ले करें।
सेब का सिरका : सेब का सिरका भी मुंह की बदबू हटाने में कारगर होता है। सेब का सिरका एंटीसेप्टिक व एंटीमाइक्रोबियल है। इसमें मौजूद एसिड मुंह में बैक्टीरिया की ग्रोथ रोकता है और दांतों का मैल हटाकर मुंह की बदबू दूर करता है। आप एक गिलास पानी में एक चाय चम्मच एप्पल का सिरका मिलाएं और खाने के पहले पीएं। मुंह की बदबू से आपको राहत मिलेगी।
इन्हें आदत बना लें : दिन में दो बार ब्रश करें। दांतों में खाद्य अवशेष न रहने दें। जीभ की भी रोज सफाई करें। मुंह में बदबू का कारण तनाव भी है। आप तनाव से भी बचें। स्मोकिंग व तंबाकू सेवन ना करें। यह भी मुंह की बदबू का बड़ा कारण है। साल में एक बार डेंटिस्ट से दांत चेक करवाएं। एसिडिटी व कब्ज से बचें।
इनका ध्यान रखें : प्याज व लहसुन जैसे खाद्य पदार्थ, जिनमें सल्फर है, उनका सेवन ना करें या कम करें। ताजा फल-सब्जी ज्यादा खाए,ं जो पाचक हैं। अजवाइन व पीपरमेंट पत्तियां चबाएं।
Published on:
12 Apr 2019 04:09 pm
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