19 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

25 लाख के भूखंड बिके 55 लाख तक में

छह हजार के रेट में बिके योजना 134 के फ्लैट्स

2 min read
Google source verification
ida indore schemes

ida indore

Indore News: IDA Indore.

योजना 134 में 75 भूखंड़ों के लिए निकले ऑफर में जो रेट आए, उससे अफसर भी हैरान हैं। आईडीए ने करीब साढ़े तीन हजार रुपए प्रति वर्गफीट के रेट से टेंडर निकाल थे, लेकिन इनके लिए छह हजार रुपए प्रति वर्गफीट तक के रेट आ गए। यानी साढ़े छह-सात सौ वर्गफीट का प्लॉट, जिसकी कीमत 20 से 25 लाख रुपए आंकी गई थी, 50 से 55 लाख रुपए तक बिका।
योजना 134 में ७५ छोटे भूखंडों को बेचने के लिए 8 अगस्त को विज्ञापन जारी किया गया था। भूखंड आरक्षित कोटे के थे और तीन बार विज्ञापन निकालने पर भी नहीं बिकने पर इन्हें सामान्य वर्ग के लिए कर दिया गया। बाजार में जब उतारा गया तो लगा रहा था कि आईडीए ने जो रेट तय किया है, उसके बाद खरीदार मिलना मुश्किल होंगे, लेकिन निवेशकों ने हाथों-हाथ लिया। इसका सबसे बड़ा कारण रहा कि भूखंड फ्री होल्ड पर तो बेचे गए।

यही कारण रहा कि आईडीए के रेट ज्यादा होने के बाद भी लोगों ने न केवल टेंडर भरे बल्कि कई भूखंडों के लिए तो दोगुने तक रेट भरे। भूखंडों का आकार साढ़े छह सौ से सात सौ वर्गफीट के करीब है और प्राधिकरण ने रेट मांगे थे, साढ़े तीन हजार रुपए प्रति वर्गफीट से ज्यादा। जब टेंडर खोले गए तो रेट छह हजार रुपए प्रति वर्गमीटर तक आए। कई भूखंडों के लिए साढ़े पांच हजार रुपए से ज्यादा का रेट आया तो ज्यादातर भूखंडों का रेट साढ़े चार हजार रुपए से ज्यादा का रहा।
सबसे ज्यादा आवेदन कार्नर व गार्डन के सामने
सबसे ज्यादा आवेदन कार्नर और गार्डन के सामने वाले प्लॉट के लिए आए। इसमें ५९६-सी नंबर प्लॉट के लिए कुल मिलाकर 41 लोगों ने आवेदन डाले। इसमें सबसे ज्यादा बोली 5804 रुपए प्रति वर्गफीट की आई। इसी तरह के एक अन्य प्लॉट 148-सी के लिए आवेदन तो नौ ही आए, लेकिन रेट 5751 रुपए प्रति वर्गफीट का आया। पर सबसे ज्यादा रेट 5853 रुपए प्रति वर्गफीट का प्लॉट नंबर 303 के लिए आया, जो कॉर्नर का है।
29 आवेदन हुए निरस्त
जरा सी गलती पर 29 आवेदन निरस्त हुए हैं। इसमें ज्यादातर गलतियां अर्नेस्ट मनी के डीडी न लगाने को लेकर की गई हैं। आवेदकों ने या तो डिमांड ड्राफ्ट नहीं लगाए या उसकी जगह पर चेक लगा दिए। दोनों ही स्थितियों में आवेदन निरस्त कर दिए गए। इसके अलावा नोटरीकृत शपथ पत्र न लगाने, अवयस्क द्वारा आवेदन करने, रेट न लिखने के कारण भी आवेदन निरस्त हुए हैं।