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स्टिंग ऑपरेशन : मकान के अंदर चल रहा था अवैध अड्डा, ड्रम में भरकर ऐसे रखा नशा, देखें वीडियो

सभी को पता, पुलिस-आबकारी अफसरों को जानकारी नहीं, इंदौर-एदलाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर मनमानी

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स्टिंग ऑपरेशन : मकान के अंदर चल रहा था अवैध अड्डा, ड्रम में भरकर ऐसे रखा नशा, देखें वीडियो

स्टिंग ऑपरेशन : मकान के अंदर चल रहा था अवैध अड्डा, ड्रम में भरकर ऐसे रखा नशा, देखें वीडियो

भूपेन्द्र सिंह@ इंदौर. अवैध नशे के कारोबार पर पुलिस-आबकारी विभाग का जोर नहीं है। अवैध शराब, गांजा, भांग, ब्राउन शुगर के अलावा अवैध रूप से ताड़ी भी बिक रही है। इंदौर-एदलाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर राहगीरों को खुलेआम ताड़ी का नशा बेचा जा रहा है। पत्रिका टीम ने स्टिंग कर ताड़ी की अवैध बिक्री का खुलासा किया है।

खंडवा रोड पर सिमरोल थाना क्षेत्र के शिवनगर में कुछ लोग ताड़ी बेच रहे हैं। किसी से भी पूछने पर ताड़ी के ठिकाने का पता मिल जाता है। मुख्य मार्ग से कुछ दूर एक मकान में ड्रम में ताड़ी रखी जाती है। 50 रुपए से लेकर कितनी भी राशि की ताड़ी मिल जाती है। पीने के लिए ग्रीन नेट लगाकर व्यवस्था की गई है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर राहगीरों को बेखौफ ताड़ी का नशा उपलब्ध कराया जा रहा है, लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग के अफसरों को जानकारी ही नहीं है। कॉलोनी के लोग नशेड़ियों से परेशान हो चुके हैं। महिलाएं यहां से गुजरने में असहज रहती हैं तो बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। अफसर इस पर रोक नहीं लगा रहे हैं।

सेहत के लिए खतरनाक

निमाड़ क्षेत्र में कुछ जगह पेड़ से ताड़ी निकालकर बेचने की विशेष अनुमति होती है। इंदौर जिले में कहीं भी इसकी अनुमति नहीं है। जहां से ताड़ी बेची जा रही है, वह एक मकान के अंदर ड्रम में भरकर रखी जाती है। क्षेत्र के लोगों के मुताबिक, ये ताड़ी केमिकल मिलाकर बेची जा रही है, जो स्वास्थ्य के कभी भी खतरनाक साबित हो सकती है।

ताड़ी का नहीं है लाइसेंस
ताड़ी बेचने का लाइसेंस जारी नहीं किया है। जहां भी बिक रही है, वह अवैध है। कार्रवाई करेंगे।
- राजीव मुद्गल, कंट्रोलर, आबकारी विभाग

कार्रवाई करेंगे
ताड़ी बेचने वालों की आप जानकारी दे दीजिए। दोषियों पर कार्रवाई करेंगे।
- आरएनएस भदौरिया, टीआइ, सिमरोल थाना

पुलिस की नहीं दिक्कत

(रिपोर्टर ग्राहक बनकर ताड़ी लेने पहुंचे, ग्रीन नेट के अंदर अन्ना नामक व्यक्ति नशे की हालत में बैठा था। रिपोर्टर से उसकी बातचीत के अंश)

रिपोर्टर: ताड़ी मिल जाएगी?
अन्ना: हां।

रिपोर्टर: पैक कर दोगे?
अन्ना: हां, कितने की।

रिपोर्टर: 50 रुपए की।
अन्ना: 100 रुपए की ले लो।

रिपोर्टर: नहीं, 50 की चाहिए।

(अन्ना ने 50 रुपए लेकर अपने साथी को ताड़ी देने को कहा। उसका साथी रिपोर्टर को थोड़ी दूर मकान में ले गया)

दूसरा व्यक्ति: दारू से बढ़िया चीज है ताड़ी।
रिपोर्टर: अच्छा, यह कैसे बनती है?

दूसरा व्यक्ति: खजूर से बनाते हैं।
रिपोर्टर: ऐसे बेचने पर रोक-टोक नहीं है?

दूसरा व्यक्ति: नहीं, यहां तो बिकती है।
रिपोर्टर: पुलिस कुछ नहीं बोलती?

दूसरा व्यक्ति: कुछ नहीं बोलती, अपनी गाड़ी में रखकर ले जाओ।
रिपोर्टर: पुलिस की कोई दिक्कत तो नहीं?

दूसरा व्यक्ति: कोई दिक्कत नहीं।
रिपोर्टर: यहां पीने की व्यवस्था है?

दूसरा व्यक्ति: हां, यहां बैठ जाओ, पी लो।

(उस व्यक्ति ने रिपोर्टर को थैली में ताड़ी पैक करके ले जाने के लिए दे दी।)