
पत्नी ने पति से कहा - भाभी से है अवैध संबंध-पति ने फिर क्या किया
आग लगाई तो भागे ससुर, पत्नी, दोनों को पकड़ा, दोनों ने फेंके कपड़े
पहले मिर्च झोंकी, पेट्रोल डालकर दोनों को जलाने पर भी मौत नहीं हुई तो पत्थरों से हमला कर मार डाला
इंदौर/सोनकच्छ. सोनकच्छ के समीप ससुर महेश उपाध्याय और पत्नी रजनी की नृशंस हत्या के आरोपित पति विशाल व उसके दोस्त सन्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर २४ घंटे में दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश किया। बुधवार को जमानत के लिए देवास पहुंचे आरोपित पति विशाल (३२) पिता हरिओम व्यास निवासी अंजनी नगर, इंदौर और उसके दोस्त को कोर्ट पहुंचने से पहले ही डाक बंगले के पास टीआई आरके चतुर्वेदी ने दबोचा। विशाल ने कबूला भाभी से अवैध संबंध का आरोप लगाया तो पत्नी और ससुर की हत्या कर दी। आरोपित ट्रेवल्स पर काम करते हैं। आरोपित सूरज अभी फरार है। महेश उपाध्याय के पुत्र सिंपल ने कहा कि उसके जीजा विशाल व उनके परिजन 10 लाख दहेज मांग रहे थे।
एएसपी अनिल पाटीदार व एसडीओपी कुलवंतसिंह ने गुरुवार को प्रेसवार्ता में बताया, आरोपित विशाल पुलिस पूछताछ में बोला, रजनी से मेरी शादी 8 मार्च २०18 को हुई थी। कुछ दिनों बाद रजनी ने आरोप लगाया कि भाभी से तुम्हारे अवैध संबंध है। हम अलग रहेंगे। एक महीने इंदौर रहकर वह शिवपुरी चली गई। इस दौरान एक बार और आई थी और कहासुनी के बाद फिर मायके लौट गई। पत्नी के आरोप, अलग रहने की जिद और ससुर के धमकाने से मानसिक रूप से प्रताडि़त महसूस करता था। मैंने दोस्त सन्नी और सूरज के साथ हत्या का षडय़ंत्र रचा।
रास्ते में ससुर व पत्नी से हुई कहासुनी
पत्नी के इंदौर नहीं लौटने पर वकील द्वारा नोटिस भेजा था। इसके बाद सहमति बनी कि विशाल ही पत्नी को लेने शिवपुरी आएगा। विशाल दोस्त सन्नी पिता अशोक गुप्ता तुलसी नगर इंदौर व सूरज पिता ओमप्रकाशसिंह पीपल्या कुम्हार कांकड़ इंदौर के साथ 24 जून को सुरेंद्र कुमार राजलवाल की आई 20 कार (एमपी ०९ सीपी 3767) से २५ जून की सुबह शिवपुरी पहुंचा। रात १०.३० बजे आते समय ससुर भी कार में बैठ गए और कहने लगे, मैं चलकर देखूंगा कि मकान कैसा लिया है।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
आरोपित विशाल दोस्त सन्नी और सूरज के साथ २४ जून को कार में एक लीटर पेट्रोल की बॉटल रखकर शिवपुरी के लिए निकला। 25 जून की रात 10.30 बजे शिवपुरी से पत्नी रजनी और ससुर महेश उपाध्याय को लेकर निनकले। ब्यावरा में तीनों दोस्तों ने एक ढाबे पर शराब पी और 100 ग्राम मिर्ची पाउडर खरीदा। सोनकच्छ के पास घनश्याम पेट्रोल पंप के पीछे गाड़ी रोकी। पत्नी और ससुर से कहा, फ्रेश हो लो। पास ही मेरे मामा का मकान है, वहां चलेंगे। दोनों कार से नीचे उतरे वैसे ही मैंने और सूरज ने मिर्ची पाउडर दोनों की आंखों पर फेंक दिया। सन्नी ने दोनों पर पेट्रोल छिडक़ दिया। मैंने माचिस से आग लगा दी, तब मेरे ससुर ने जलती बनियान फाडक़र शरीर से अलग कर दी। पत्नी रजनी ने भी जलती साड़ी निकाल फेंकी। दोनों खेत की तरफ भागने लगे, मिट्टी गीली होने से दोनों गिर पड़े। इसके बाद मैंने पत्थर उठाकर ससुर के सिर पर पांच से सात प्रहार किए। सन्नी ने पत्थर उठाकर रजनी के सिर पर प्रहार किया। दोनों को मरा समझकर देवास बायपास आए, वहां पर 500 रुपए का डीजल डलवाया और शिप्रा ब्रिज पर पहुंचे। पत्नी और ससुर का ट्रॉली वाले बैग नदी में फेंक दिए। इंदौर पहुंचकर ससुर के फोन से ***** को कॉल कर कहा, सोनकच्छ के पास हमारा एक्सीडेंट हो गया है। इसके बाद अपने और ससुर के मोबाइल की सिम रास्ते में फेंक दी। सन्नी व सूरज अपने घर चले गए। मैंने कार दोस्त को उसके घर वापस की। इसके बाद मैं व सन्नी गुप्ता दोनों ओंकारेश्वर घाट पर पहुंचे और रात वहीं गुजारी गई। 27 की शाम को इन्दौर आए। इंदौर से स्विफ्ट कार लेकर सोनकच्छ में रहने वाले मामा वीरेन्द्र ओझा से मिलने एवं जमानत के लिए वकील कराने का कहने आ रहे थे, तभी पुलिस ने पकड़ लिया।
Published on:
29 Jun 2018 07:14 pm
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