हाल ही में अमरीका की कंपनी वेटरनॉट ने स्वाहा के साथ एमओयू किया है....
इंदौर। स्वच्छता के मामले में लगातार 6 बार देश में नंबर वन रहने वाला इंदौर दुनिया को सफाई की सीख दे रहा है, लेकिन यहां से शुरू हुआ एक स्टार्टअप भी सफाई के लिए दुनिया के लिए बड़ी मिसाल बना हुआ है। आइआटी इंदौर के पासआउट स्टूडेंट्स का स्टार्टअप 'स्वाहा' आज देशभर के कई बड़े संस्थानों के साथ मिलकर कचरा निपटान के साथ ही अमरीका सहित कई अन्य देशों को भी वेस्ट मैनेजमेंट का गुर सीखा रहा है। आइआइटीयंस ने जब कचरे से जुड़े आइडिया को स्टार्टअप के तौर पर चुना, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह देश के सफलतम स्टार्टअप्स में से एक होगा। हाल ही में अमरीका की कंपनी वेटरनॉट ने स्वाहा के साथ एमओयू किया है।
आइआइटी के दो छात्रों का स्टार्टअप
आइआइटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने वाले ज्वलंत शाह और रोहित अग्रवाल ने जून 2016 में स्वाहा रिसोर्स मैनेजमेंट की नींव रखी। 2017 में मेंटर समीर शर्मा इसका हिस्सा बने। 'स्वाहा' का मकसद कचरे को खाद में बदलना था। उन्होंने ऐसी तकनीक इजाद की, जिसमें कचरे को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के बजाय वहीं निपटान किया जा सके। इसके लिए मोबाइल वेस्ट प्रोसेसिंग वैन बनाई। इसी सप्ताह कनाडा की कंपनियां भी इंदौर आ रही हैं।
शादी से लेकर धार्मिक यात्रा तक
'स्वाहा' का पहला बड़ा आयोजन बोहरा समाज का कार्यक्रम अशरा मुबारक को जीरो वेस्ट इवेंट बनाना रहा। इससे पहले आइपीएल मैच भी कंपनी काम कर चुकी थी। इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान निकलने वाले कचरे का निस्तारण भी किया।
इंदौर को अव्वल बनाने में भी मददगार
सफाई में इंदौर को अव्वल बनाने में भी 'स्वाहा' का योगदान रहा। आइआइटीयंस अपने आइडिया लेकर नगर निगम के अफसरों से मिले तो उन्होंने सराहना कर मौका दिया। 56 दुकान पर ट्रायल की अनुमति दे दी।
50 हजार से 15 करोड़ तक पहुंचा टर्नओवर
वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़े इस स्टार्टअप की उन्नति के साथ साल दर साल टर्नओवर भी बढ़ता चला गया। पहले साल मात्र 50 हजार टर्नओवर था, जो 2021-22 में 15 करोड़ हो गया। इस वित्तिय वर्ष के अंत तक 20 करोड़ पहुंचने की उम्मीद है।
समीर शर्मा, सीईटी, स्वाहा, रिसोर्स मैनेजमेंट प्रा.लि. का कहना है कि छोटे से स्टार्टअप से शुरू हुआ 'स्वाहा' आज सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में सबसे तेजी से बढ़ता स्टार्टअप है। हम अमरीका को भी वेस्ट मैनेजमेंट सीखा रहे हैं। हाल ही में कनाडा की कंपनियों ने भी रुचि दिखाई है। वे इंदौर आ रही हैं।