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गलत पते पर चल रही थी एडवाइजरी कंपनी, सेबी के नियम भी नहीं मानते, क्राइम ब्रांच ने मारा छापा

क्राइम ब्रांच ने मारा था छापा, सेबी के नियमों को तोडकर कर रहे थे काम

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गलत पते पर चल रही थी एडवाइजरी कंपनी, सेबी के नियम भी नहीं मानते, क्राइम ब्रांच ने मारा छापा

गलत पते पर चल रही थी एडवाइजरी कंपनी, सेबी के नियम भी नहीं मानते, क्राइम ब्रांच ने मारा छापा

इंदौर. क्राइम ब्रांच ने गलत तरीके से शेयर बाजार में निवेश करवाने वाली एडवाइजरी कंपनियों पर छापा मारा था। जांच के बाद चार कंपनियों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। इनमें से तीन के मालिक को गिरफ्तार भी किया गया। एक कंपनी के मालिको की तलाश पुलिस कर रही है।

एएसपी क्राइम राजेश दड़ोतिया ने बताया कि क्राइम ब्रांच के पास नवीन कुमार निवासी राजस्थान, रवि कुमार निवासी गुजरात, सुशील कुमार, दीपक तयादे, अंकित तिवारी, मल्लिकार्जुन कुमार, धीरज कुमार ने शिकायत की थी। इनसे शेयर बाजार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की गई। लगातार मिल रही शिकायतों के चलते ही बुधवार को सात एडवाइजरी कंपनी के ऑफिस पर छापा मारा गया। यहां से बड़ी मात्रा में दस्तावेज व अन्य चीजे पुलिस ने जब्त की थी। कंपनी के दो दर्जन कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही थी। जांच में चार एडवाइजरी कंपनी की गड़बड़ी सामने आई। इसी के चलते अराइव इनवेस्टमेंट कंपनी के मालिक राजकुमार कुशवाह, मनी मार्केट मंथन कंपनी के मालिक विक्की कांवरिया, मनी सेक्योर इनवेस्टमेंट कंपनी के मालिक अल्का श्रीवास्तव, मनीष लालवानी व महेश पटेल, इनवेस्टमेंट रिसर्च एडवाइजरी कंपनी के मालिक अमित गंगराड़े के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी, मप्र निक्षेपकों के हितो का संरक्षण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया। अमित, विक्की व राजकुमार को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया। अल्का श्रीवास्तव, मनीष लालवानी व महेश पटेल की तलाश की जा रही है।

जांच में आया कि इन कंपनियों द्वारा सेबी के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। साथ ही गलत पते पर ये इनके ऑफिस संचालित हो रहे थे। इन कंपनियों में निवेशको को सलाह देने के लिए जिन कर्मचारियों को रखा गया उनके पास नियत योग्यता भी नहीं थी। इसी कारण इनकी सलाह से निवेशको को नुकसान उठाना पड़ रहा है। ग्राहको से डीमेट खातों में पैसा नहीं जमा करवा कर निजी खातो में पैसा लिया जाता। इन कंपनियों के बैंक खातों की जांच की जा रही है। इनके कर्मचारियों से भी पूछताछ की जा रही है। कंपनियों से जुड़ी और गड़बड़ी आगे सामने आ सकती है।