Operation Sindoor: विदेशी रिमोट्स की जामिंग अब नहीं बनेगी बाधा। इंदौर में बना स्वदेशी वाचक रिमोट (Vachak remote) अब सेना की आंख-कान बनकर दुश्मनों की चाल पर रखेगा पैनी नजर।
Operation Sindoor: दुश्मन देशों के खिलाफ सेना के ऑपरेशनों में ड्रोन का रिमोट सिस्टम अब चुनौती नहीं बनेगा। विदेशी रिमोट कंट्रोल सिस्टम युद्ध के समय सबसे बड़ी बाधा बनते थे। कभी सप्लाई रुक जाती थी तो कभी वे जाम कर दिए जाते थे। अब इसका स्वदेशी समाधान इंदौर से मिला है।
शहर के युवा तकनीकी विशेषज्ञ अभिषेक मिश्रा और उनकी पिसर्व टेक्नोलॉजीस (Pisarv Technologies)टीम ने रिमोट कंट्रोल तैयार किया है। यह न केवल तकनीकी रूप से सक्षम है, बल्कि दुश्मनों की जासूसी और साइबर हमलों से भी पूरी तरह सुरक्षित है। रिमोट का नाम 'वाचक' (Vachak) रखा गया है, जो सेना की आंख और कान बनकर कार्य करेगा।
अत्याधुनिक रिमोट कंट्रोल सिस्टम 'वाचक' की टेस्टिंग सेना के महू और अरुणाचल प्रदेश स्थित प्रशिक्षण केंद्रों में हो चुकी है। प्रयोग भी शुरु हो चुका है।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन रिमोट कंट्रोल की सप्लाई रुकने से मुश्किलें सामने आई थीं। अभी रिमोट कंट्रोल 90 फीसदी चीन और 10 फीसदी यूरोप जैसे देशों से आयात किए जाते हैं, लेकिन युद्ध की स्थिति या सैन्य कार्रवाई के समय यही देश इन रिमोट्स को जाम कर देते हैं, जिससे ड्रोन संचालन बाधित हो जाता है और सेना की रणनीति पर सीधा असर पड़ता है।