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kingdom of Dixit- इंदौर के लड़के ने सूडान और मिस्त्र के बीच बनाया नया देश, यूएन सं मांगी एनओसी

सुयश दीक्षित ने अफ्रीकी देशों सूडान और मिस्र के बीच 2072 स्क्वायर फीट की जमीनपर आना दावा पेश किया है और वे यहां अपना छोटा या खुद का देश बनाने वाले है

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kingdom of dixit

इंदौर. इंदौर का एक शख्स अचानक से ही एक देश का किंग बन गया है। चौंक गए आप। जी हां यह सच है कि इंदौर के सुयश दीक्षित ने अफ्रीकी देशों सूडान और मिस्र के बीच 2072 स्क्वायर फीट की जमीन पर आना दावा पेश किया है और वे यहां अपना छोटा या खुद का देश बनाने वाले हैं। इस देश का नाम उन्होंने किंगडम ऑफ दीक्षित रखा है। असल में मामला यह है कि अफ्रीका और मिस्त्र के बीच का जो क्षेत्र है उस पर किसी भी देश का कोई मालिकाना हक नहीं है। इस वजह से सुयश दीक्षित यहां पहुंच गए और उन्होंने अपने नाम का झंडा गाड़ दिया है। झंडा गाडऩे के बाद उन्होंने ऐलान कर दिया कि वे यहां अपना देश बनाएंगे और उसे किंगडम ऑफ दीक्षित का नाम देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वे यहां के राजा यानी किंग सुयश दीक्षित हैं।

देश की मान्यता के लिए अपील कर दी
सुयश ने ऐलान तो कर दिया पर ऐलान करने से देश की मान्यता तो नहीं मिलती है। इसलिए ऐलान करने के बाद उन्होंने यूएन से अपील करी है कि वो इस नए देश के लिए उन्हें मालिकाना हक देते हुए मान्यता प्रदान करें। हालांकि अभी तक यूएन की तरफ से अभी तक कोई भी जवाब या रिएक्शन नहीं आया है।

किंगडम ऑफ दीक्षित की राजधानी होगी सुयशपुर
सुयश ने अपने देश किंगडम ऑफ दीक्षित के लिए एक झंडा भी बना लिया है। जिसके साथ उन्होंने अपनी फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की। उसके साथ ही यह भी लिखा है कि किंगडम ऑफ दीक्षित की कैपिटल सुयशपुर नाम से होगी। उन्होंने अपने इस देश के लिए कई तरह की तैयारियां भी कर ली हैं। जैसे कि सुयश के देश का प्रधानमंत्री और मिलिट्री हेड उनके पिता होंगे। साथ ही उनका राष्ट्रीय पशु छिपकली होगी।

फेसबुक के माध्यम से किया ऐलान
सुयश ने अपने आप को राजा बनने पर ऐलान करने के लिए फेसबुक का सहारा लिया है। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया कि "आज से मेरा नाम किंग सुयश दीक्षित है और मैं किंगडम ऑफ दीक्षित का पहला दावेदार हूं। मैं इस 2072 वर्ग किलोमीटर की जमीन पर अपनी दावेदारी पेश करता हूं। यहां आने के लिए मैंने रेतीले स्थानों पर 319 किमी का सफर तय किया है। मैं कुछ आतंकवाद प्रभावित इलाकों से होकर यहां तक पहुंचा हूं। मुझे पता चला है कि मुझसे पहले यहां 5-10 लोग दावा कर चुके हैं। अब यहां मेरा दावा है। अगर वो इस जमीन को मुझसे वापस लेना चाहते हैं तो उन्हें मेरे साथ जंग लडऩी होगी। ये जंग कॉफी पीकर लड़ी जाएगी।

इस जगह का नाम बीर ताविल
इंदौर में हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल से पढ़े सुयश ने लोगों से भी कहा है कि वो इस नए देश की मान्यता लेने के लिए उनके सामने अप्लाई कर दें। सूडान और मिस्र के बीच इस लावारिस स्थान का नाम बीर ताविल है।