
tarak mehta ka ulta chashma
इंदौर. टीवी के लोकप्रिय शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा में अय्यर का रोल करने वाले तनुज महाशब्दे गुरुवार को इंदौर में थे। देवास के रहने वाले तनुज गणेश पर्व पर अपने घर आए हैं। इस दौरान पत्रिका ने उनसे बातचीत की। तनुज महाशब्दे ने बताया कि पिछले नौ बरस से वे अय्यर का रोल कर रहे हैं। इस दौरान साउथ इंडियन लहजे में संवाद बोलते- बोलते इतनी आदत पड़ गई है कि घर में भी उसी लहजे में बात करने लगा हूं, लेकिन अब उस रोल के असर से बाहर आने की कोशिश कर रहा हूं।
गहराई से ऑब्जर्व किया साउथ इंडियंस को
तनुज सीरियल से लेखन के जरिए जुड़े थे। उन्हें जब रोल ऑफर किया तो उन्होंने दक्षिण भारतीय रहन- सहन, आदतों, का गहराई से अध्ययन किया। वे बताते हैं कि मैं कुछ दिन के लिए चेन्नई चला गया और सडक़ों पर घूम- घूम कर ऑब्जर्व किया कि वे खुश व नाराज नाराज कैसे होते हैं। दरअसल, मैं उस रोल को उस तरह से नहीं करना चाहता था जिस तरह अभी तक फिल्मों-टीवी में होता रहा है।
काम पर घर जैसा माहौल
तारक मेहता को करीब 10 बरस होने वाले हैं। अधिकांश कलाकार थिएटर बैकग्राउंड से हैं। हम सभी एक परिवार की तरह रहते हैं। इसलिए जब सुबह काम पर जाते हैं तो एेसा लगता है है जैसे घर में आए हो। जरूरत पडऩे पर एक-दूसरे की मदद करते हैं।
थिएटर से आता है परफेक्शन
इंदौर में थिएटर कर चुके तनुज ने कहा कि किसी भी अभिनेता के लिए थिएटर का बेस जरूरी है। थिएटर करने से कलाकार संपूर्ण बनता है। उसमें इतना कॉन्फिडेंस आ जाता है कि फिर वो कैसा भी रोल कर सकता है। मैंने मुंबई में सात-आठ साल तक केवल थिएटर किया है, जिसमें मराठी और हिन्दी नाटक शामिल हैं। अब मैं नाटकों में काम तो नहीं कर पाता, लेकिन देखने जरूर जाता हूं।
Published on:
01 Sept 2017 02:55 pm
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