इंदौर. आप जो पानी पी रहे हैं वो पानी साफ है, पीने योग्य है या नहीं, यदि इसकी जांच कराना चाहते हैं तो आपको निजी लैब पर ही विश्वास करना पड़ेगा। क्योंकि इंदौर नगर निगम कार्यालय की लैब बेहाल है। यहां पर न तो तकनीशियन है न ही कर्मचारी और न ही संसाधन।
एक्सपर्ट व्यू
हजारों करोड़ के बजट वाली नगर निगम को जनता की इस सुविधा का ध्यान रखना चाहिए। लैब को दोबारा तैयार करना चाहिए। साथ ही नगर निगम अपने जोनल कार्यालयों पर भी सेंपल कलेक्शन की व्यवस्था कर सकता है, जहां से नमूने लेकर उन्हें लैब पर भेजा जा सकता है। इससे नगर निगम की पानी की मानिटरिंग का सिस्टम भी हो जाएगी और कहां गंदा पानी आ रहा है उसकी जानकारी भी तुरंत मिल जाएगी।
– दिलीप वाघेला, पर्यावरण वैज्ञानिक