24 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जापान को मिलेगी मध्यप्रदेश की जमीन

जापानी प्रतिनिधियों के समक्ष बोले मुख्यमंत्री- आइए, हम निराश नहीं होने देंगेनक्शे पर अंगुली रख ले सकते हैं जमीन

3 min read
Google source verification

image

Hussain Ali

Mar 10, 2016

shivraj singh chouhan

shivraj singh chouhan

इंदौर.

निवेश के लिए सर्वाधिक आकर्षक राज्यों में मध्यप्रदेश भी शामिल है। यहां हम जमीन देने में देरी नहीं करते हैं। उद्योगों के लिए 25 हजार हैक्टेयर जमीन का लैंडबैंक है। नक्शे पर अंगुली रख ऑनलाइन जमीन ली जा सकती है। बुधवार को ब्रिलियंट कन्वेशन सेंटर में जापानी निवेशकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने यह बात कही।

पीथमपुर में प्रस्तावित जापानी औद्योगिक टाउनशिप में निवेश की संभावना तलाशने आए जापानी दल के साथ जापानी राजदूत केनजी हीरामत्शु की उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने निवेश संभावनाओं पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने पीथमपुर में प्रस्तावित जापानी औद्योगिक टाउनशिप को निपोनपुरी नाम दे दिया। उद्योग मंत्री यशोधराराजे सिंधिया ने बाद में कहा, उद्योगपतियों को कोई आपत्ति नहीं होगी, तो टाउनशिप का नाम निपोनपुरी ही रहेगा।

व्यवस्थाओं से प्रभावित हुए

भारत में जापान के राजदूत केनजी हीरामत्शु ने कहा, इंदौर की व्यवस्थाओं ने हमें प्रभावित किया है। इंदौर की उच्च शिक्षा व चिकित्सा सुविधा प्रभावित करती है। जापानी कंपनियां आएंगी तो कर्मचारियों के परिवार के लिए सर्वसुविधायुक्त जीवन उपलब्ध होगा। उम्मीद है, विकास पर्यावरण हितैषी होगा। जापानी कंपनियां यहां कृषि व्यापार में भी निवेश करेंगी।

पूरे देश में परिवहन की सुविधा मौजूद

मुख्य सचिव एंटोनी डिसा ने कहा, देश के मध्य में होने से मध्यप्रदेश से पूरे देश में माल परिवहन की सुविधाएं मौजूद हैं। जेट्रो (जापान एक्सटर्नल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन) के प्रमुख नायशु नागोची ने कहा, सरकार ने जापानी टाउनशिप में पानी, बिजली जैसी सुविधाओं का वादा किया है, हम इसका प्रमोशन करेंगे। उद्योग मंत्री यशोधराराजे सिंधिया ने कहा, प्रदेश में नेतृत्व स्थायी है। कई बार निवेशकों को लगता है, सरकार बदलने से नीतियां बदलेगी, लेकिन यहां ऐसा नहीं है। जापान ने पॉवर ट्रांसमिशन सेक्टर के लिए 800 करोड़ रुपए का ऋण दिया है।जापानी निवेशकों के लिए कई घोषणाएं

औद्योगिक टाउनशिप की घोषणा के एक साल के अंदर जमीन तय करने वाली कंपनी को अगले 25 साल तक विद्युत शुल्क में 100 फीसदी छूट।

जमीन व विकास शुल्क में 50 फीसदी छूट।

स्टाम्प शुल्क, पंजीकरण शुल्क, व स्थानीय शुल्क में 100 फीसदी छूट।

वैट व सीएसटी पर कच्चे माल पर कर को छोड़कर 10 साल तक 100 फीसदी अदायगी।

निवेशकों की समस्या हल करने के लिए कैबिनेट उप समिति बनेगी।पसंद आया औद्योगिक माहौलइंदौर/पीथमपुर ञ्च पत्रिका. जापानी दल ने बुधवार शाम पीथमपुर में प्रस्तावित जापानी औद्योगिक टाउनशिप की जगह देखी। उन्हें पीथमपुर का माहौल काफी पसंद आया। राजदूत केनजी हीरामत्शु, दक्षिण एशिया के निदेशक सेजी तकाजी, जापान के महावाणिज्य दूत योशकि इतो, जेट्रा के मुख्य निदेशक नायोशि नोगुचि, सोजित्ज इंडिया के प्रबंध निदेशक मासाजुमि कोनिशि ने ऑटो टेस्टिंग ट्रैक के अलावा आइशर वोल्वो का भी दौरा किया।खास तौर पर उनका ध्यान पानी व बिजली की उपलब्धता पर था। रहवासी टाउनशिप की संभावना पर भी बात की। स्थानीय अधिकारियों का मानना है आगामी इंवेस्टर समिट में निवेश पर फैसला होने की उम्मीद है। उससे पहले भी निवेश की अच्छी खबर मिल सकती है। दो घंटे के भरोसे में रह गए उद्घाटनगुरुवार को मुख्यमंत्री इंदौर आए। वे जापानी उद्योगपतियों के कार्यक्रम में ही शामिल हुए, लेकिन दो कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने की चर्चा दिनभर रही। कारण जब तलाशा तो पता चला, यह कार्यक्रम उनके तय कार्यक्रम में थे ही नहीं, सिर्फ तीन दिन पहले विमान तल पर चर्चा के आधार पर ही तैयारियां कर ली थीं। विमानतल पर उस दिन आईडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी ने सेमिनार के बाद आईडीए द्वारा बनाए जा रहे एमआर-4 का दौरा, महापौर व अन्य ने निजी हॉस्पिटल शैल बी के शुभारंभ कार्यक्रम व विधायक उषा ठाकुर व कलेक्टर ने पीसी सेठी अस्पताल के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने का आग्रह किया था। सभी ने कहा था, दो घंटे मंे सभी कार्यक्रम हो जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा था, भोपाल जाकर बताता हूं। इसी भरोसे के आधार पर दो कार्यक्रम तय कर दिए। अब अफसरों द्वारा तर्क दिया जा रहा है, सीएम को यहां से ग्वालियर ही जाना था। ऐन वक्त पर दिल्ली का कार्यक्रम आने से कार्यक्रम बदल दिए।

ये भी पढ़ें

image