दरअसल, जापानी बुखार के संक्रमण से बच्चों को बचाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत दूसरे चरण में मध्य प्रदेश के चार जिलों में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत एक महीने से 15 साल तक के बच्चों को जापानी बुखार का टीका लगाया जा रहा है। टीके लगाने के अभियान में इंदौर ने भोपाल, नर्मदापुरम, और सागर को पीछे छोड़ दिया है।
इंदौर के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता के अनुसार 15 साल तक के बच्चों को जापानी बुखार का टीका लगाने के लिए 27 फरवरी को चार जिलों में अभियान शुरू किया गया था। इस अभियान के तहत 26 मार्च तक इंदौर में 117081 से अधिक बच्चों को टीका लगाया गया, जबकि इस अवधि में अभी तक सागर में 89861, भोपाल में 72039 और नर्मदापुरम में 71856 बच्चों का टीकाकरण हुआ है । इससे पहले रायसेन और विदिशा जिले में टीकाकरण अभियान चलाया गया था।
क्या कहते हैं अधिकारी
इंदौर के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता का कहना है कि इंदौर में हमने 12.24 लाख बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। इसके लिए अभी तक आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्रों और शिविरों के माध्यम से 1.17 लाख से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है और जल्द ही स्कूलों के साथ मिलकर इस टीकाकरण गतिविधि को बढ़ाकर लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
इंदौर के जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता का कहना है कि इंदौर में हमने 12.24 लाख बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है। इसके लिए अभी तक आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्रों और शिविरों के माध्यम से 1.17 लाख से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है और जल्द ही स्कूलों के साथ मिलकर इस टीकाकरण गतिविधि को बढ़ाकर लक्ष्य पूरा कर लेंगे।
डॉ तरुण गुप्ता के अनुसार जापानी बुखार बीमारी मच्छरों के काटने से होती है, टीकाकरण बच्चों को इस बीमारी से बचाता है। इस बीमारी का टीका 12 बीमारियों से बचाता है। इसके लिए हर मंगलवार और शुक्रवार को स्वास्थ्य केंद्रों में पांच हजार से अधिक बच्चों को टीका लगाया जा रहा है। स्कूलों में भी विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इससे नए सत्र के शुरू होने के कुछ महीनों में ही अपना लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।