
घने जंगल में बसे मनकामेश्वर महादेव
डॉ. आंबेडकर नगर (महू).
शहर से करीब 13 किमी दूर ग्राम पंचायत भगोरा के तहत आने वाले ग्राम आम्बाझर स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर की अलग ही पहचान है। यहां पहुंचने वाले हर भक्त और श्रद्धालु की हर एक मनोकामना पूर्ण होती है। संभवत: इसी के चलते इस मंदिर का नाम मनकामेश्वर महादेव मंदिर है। इस मंदिर का इतिहास करीब 100 वर्ष पुराना है। आम्बाझर स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर चारों ओर पहाडिय़ों से घिरा हुआ है। नदियों और हरी भरी हरियाली के बीच मौजूद इस मंदिर की कई विशेषताएं हैं। शिवरात्रि पर प्रतिवर्ष भंडारे का आयोजन होता है। भगोरा गांव निवासी भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक सोमानी बताते हैं कि इस मंदिर का इतिहास 100 वर्ष से भी अधिक पुराना है। पहले इस मंदिर के स्थान पर एक चबूतरा था, जिस पर शिवलिंग विराजमान थे। जिसके बाद ग्रामीणों ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार कर भव्य मंदिर का निर्माण करवाया।
पहुंचने के लिए पक्का रोड
घने जंगलों के बीच स्थित इस मंदिर में पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कोई समस्या नहीं होती है क्योंकि यहां तक पहुंचने के लिए सीमेंट का रोड़ बना हुआ है। लेकिन पूरे रास्ते भर में घने जंगल और हरियाली नजर आती है।
शिवरात्रि पर भंडारा
महाशिवरात्रि पर प्रतिवर्ष मनकामेश्वर महादेव मंदिर पर ग्रामीणों और जन सहयोग से भव्य भंडारे का आयोजन किया जाता है यहां भंडारा सुबह करीब 10 बजे से शुरू होगा और शाम तक चलता रहेगा। इसके अलावा भी यहां हवन-पूजन व अभिषेक के आयोजन शिव रात्रि महापर्व पर होंगे।
पर्यटन स्थल के रूप में कर सकते है विकसित
मंदिर से कुछ दूरी पर चलने पर ही रेलवे का पुल दिखाई देता है इसके साथ ही चोरल नदी भी यहां से बहती हुई नजर आती है। बारिश के दौरान मंदिर के पास दो झरने बहने लगते हैं। इस दौरान यहां पर बड़ी संख्या में सैलानी भी पहुंचते हैं।
Published on:
18 Feb 2023 09:06 pm
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