छोटे गणपति मंदिर के पास है बावड़ी मल्हारगंज पुलिस थाने के सामने छोटे गणपति मंदिर के पास लाल अस्पताल परिसर में बावड़ी है। यह बावड़ी भी खुली पड़ी है जबकि अस्पताल में कई लोग इलाज कराने आते हैं।
साधु-वासवानी नगर की बावड़ी साधु-वासवानी नगर में भगवान शिव और राधा-कृष्ण का मंदिर बावड़ी के पास ही बना है। हर तीज-त्यौहार पर भक्तों की भीड़ मंदिर पर लगती है। धर्मालु बावड़ी के पास बैठकर ही पूजन करते हैं।
छोटे गणपति मंदिर के पास है बावड़ी मल्हारगंज पुलिस थाने के सामने छोटे गणपति मंदिर के पास लाल अस्पताल परिसर में बावड़ी है। यह बावड़ी भी खुली पड़ी है जबकि अस्पताल में कई लोग इलाज कराने आते हैं।
असुरक्षित है चंपा बावड़ी पुराने आरटीओ ऑफिस के पास चंपा बावड़ी है। इसमें पानी भरा होने के साथ काई जमी हुई है। बावड़ी के आसपास गंदगी पसरी है। यहां सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं और न ही कोई चेतावनी बोर्ड लगा है। जीर्ण-शीर्ण बावड़ी पर लोगों को आने से रोकने वाला कोई नहीं रहता।
साधु-वासवानी नगर की बावड़ी साधु-वासवानी नगर में भगवान शिव और राधा-कृष्ण का मंदिर बावड़ी के पास ही बना है। हर तीज-त्यौहार पर भक्तों की भीड़ मंदिर पर लगती है। धर्मालु बावड़ी के पास बैठकर ही पूजन करते हैं।
असुरक्षित है चंपा बावड़ी पुराने आरटीओ ऑफिस के पास चंपा बावड़ी है। इसमें पानी भरा होने के साथ काई जमी हुई है। बावड़ी के आसपास गंदगी पसरी है। यहां सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं और न ही कोई चेतावनी बोर्ड लगा है। जीर्ण-शीर्ण बावड़ी पर लोगों को आने से रोकने वाला कोई नहीं रहता।
पंचकुइयां की बावड़ी के पास बैठे हैं भैरव बाबा पंचकुईया मुक्तिधाम के पहले बावड़ी के पास भैरव बाबा का मंदिर है। यहां पर कई लोग दर्शन करने आते हैं। बावड़ी को टीन शेड से कवर किया गया है। इसे देखने पर नहीं लगता की टीन शेड के पीछे बावड़ी होगी। यहां भी सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है।
बक्क्षी बाग की दरगाह पर आते हैं लोग इमली बाजार चौराहे के आगे बक्क्षी बाग में बावड़ी है जो कचरे और गाद से भरी हुई है। इस बावड़ी के आसपास बड़ी संख्या में अतिक्रमण है। बावड़ी की पाल पर दरगाह है जहां पर कई लोग इबादत करने आते हैं। बावड़ी पर सुरक्षा के पुख्ता के पुख्ता इंतजाम नहीं होने से यहां किसी भी दिन हादसा हो सकता है।
बक्क्षी बाग की दरगाह पर आते हैं लोग इमली बाजार चौराहे के आगे बक्क्षी बाग में बावड़ी है जो कचरे और गाद से भरी हुई है। इस बावड़ी के आसपास बड़ी संख्या में अतिक्रमण है। बावड़ी की पाल पर दरगाह है जहां पर कई लोग इबादत करने आते हैं। बावड़ी पर सुरक्षा के पुख्ता के पुख्ता इंतजाम नहीं होने से यहां किसी भी दिन हादसा हो सकता है।
बक्क्षी बाग की दरगाह पर आते हैं लोग इमली बाजार चौराहे के आगे बक्क्षी बाग में बावड़ी है जो कचरे और गाद से भरी हुई है। इस बावड़ी के आसपास बड़ी संख्या में अतिक्रमण है। बावड़ी की पाल पर दरगाह है जहां पर कई लोग इबादत करने आते हैं। बावड़ी पर सुरक्षा के पुख्ता के पुख्ता इंतजाम नहीं होने से यहां किसी भी दिन हादसा हो सकता है।