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कथा में बरसा धन … 11 रूद्र अवतार संग अब बनेंगे नौ देवियों के मंदिर

बिना भोजन-भंडारे के इकट्ठा हुए लाखों लोग

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कथा में बरसा धन ... 11 रूद्र अवतार संग अब बनेंगे नौ देवियों के मंदिर

कथा में बरसा धन ... 11 रूद्र अवतार संग अब बनेंगे नौ देवियों के मंदिर

इंदौर। श्रीहरि के धाम श्री 24 अवतार मंदिर देपालपुर में शिव महापुराण कथा आयोजन कल स्पन्न हो गया। इसमें शिवजी तो आए ही, आद्यशक्ति को भी ले आए। शिव के ११ रूद्र अवतार मंदिर बनाने के साथ नौ देवियों के मंदिर भी बनाए जाने का संकल्प पूरा हो गया। कई दानदाता सामने आए, जिन्होंने अपनी भावनाएं प्रकट कीं।

देपालपुर में प्रदीप मिश्रा ने कथा वाचन किया। ये कथा ९ मार्च से शुरू हुई थी, कल खत्म हो गई। श्रद्धालुओं की भीड़ ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। लाखों लोग जमा हुए। कथा के पीछे आयोजन समिति का उद्देश्य था कि परिसर में ११ रूद्र अवतारों के मंदिर भी बनें। प्रत्येक मंदिर में २१ लाख रुपए खर्च आ रहा था। कथा में दानदाताओं ने संकल्प लिया। आयोजन समिति अध्यक्ष मनोज पटेल व सचिव चिंटू वर्मा के मुताबिक कथा में चौंकाने वाला प्रसंग सामने आया।


शिवजी के ११ मंदिरों को बनाए जाने की योजना थी, जिसको बनवाने का संकल्प लेने वाले कथा समाप्ति के दो दिन पहले ही तय हो गए थे। बाद में १० लोगों ने और मंदिर निर्माण कराने की इच्छा जाहिर की, तब समिति ने ताबड़तोड़ तय किया कि शिवजी के साथ में नौ देवियों के भी मंदिर बनाए जाएंगे। साथ में एक मंदिर भैरव बाबा का होगा। बाबा भोलेनाथ का आह्वान किया था और वे अपने साथ पार्वती माता के ९ अवतारों के साथ प्रकट हो गए। बताते हैं कि कई लोगों ने इसमें से राशि जमा कराना भी शुरू कर दी है।

तीन जगह के आए अफसर
ये कथा प्रदेश की सबसे बड़ी कथाओं में से एक हो गई। बिना भोजन-भंडारे के इतनी संख्या में लोग कथा सुनने आए। व्यवस्थाएं ऐसी थीं कि किसी भी प्रकार की अराजकता नहीं फैली। पार्किंग व्यवस्थित करके ही समिति ने किला जीत लिया। व्यवस्था देखने के लिए छड्डाीसगढ़, रायसेन और रतलाम के अफसर भी कल आए थे। समिति सदस्यों ने उन्हें जानकारी दी।

बिल्व पत्र वितरण को लेकर बवाल
कथा में नियमित बिल्व पत्रों का वितरण हो रहा था, आखिरी दिन बिल्व पत्र को मिश्रा ने बरकती बताते हुए तिजोरी में रखने को कहा था, जिससे लक्ष्मी का वास होने की बात कही गई। इस पर समिति ने सभी को बिल्व पत्र देने की बात कही। श्रद्धालुओं को लगा मंच से पंडितजी देंगे, लेकिन ऐसा नहीं था। समिति और प्रशासन के अफसरों को इस बात का पता चला तो हड़कंप मच गया। बाद में मंच से घोषणा की गई कि आप अपनी जगह बैठे रहें, वहीं मिलेंगे। स्थिति को देखते हुए फैसला किया गया कि बिल्व पत्र बांटना खतरे से खाली नहीं, इस पर बुधवार को वितरित करने की घोषणा की। विषय की गंभीरता इतनी थी कि कलेक्टर मनीषसिंह ने ताबड़तोड़ अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर को तुरंत मौके पर भेजा, जबकि एडीएम राजेश राठौर व एसडीएम रवि कुमार पूर्व से ही मोर्चा संभाले हुए थे।