
water leakage
इंदौर.
अगले दो महीनों तक शहर में पानी की किल्लत रहेगी, क्योंकि नगर निगम नर्मदा का पानी इंदौर तक भेजने वाले प्रथम और द्वितीय चरण के पंपों को बंद करने जा रहा है। ये पंप 15 जुलाई से अगले दो महीनों तक बंद रहेंगे। प्रथम और द्वितीय चरण की लाइनों में मौजूद लिकेज को सुधारने के लिए नगर निगम इन पंपों को बंद करने जा रहा है। इन पंपों से लगभग ४० एमएलडी पानी प्रतिदिन बह जाता है। ये पानी लगभग २.९६ लाख लोगों की प्यास बुझाई जा सकती है। पत्रिका ने पानी की इस बर्बादी की दास्तां को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद नगर निगम ने लाइन को सुधारने का काम शुरू करने का निर्णय लिया है।
नर्मदा प्रथम चरण के पंप 1975 और द्वितीय चरण की लाइन १९९५ में डली थी। उस समय नर्मदा किनारे स्थापित किए गए इन पंपों के साथ ही लाइन भी काफी पुरानी हो चुकी है। इन पंपों और लाइनों में काफी जगह पर लिकेज सामने आ रहे हैं। इन लिकेज को सुधारने के साथ ही नगर निगम प्रथम और द्वितीय चरण की महू, बडगोंदा आदी जगह पर खराब हो चुकी लाइन को भी बदलने का काम करेगा। इस दौरान प्रथम और द्वितीय चरण के 45-45 एमएलडी के पंपों को सुधारने के साथ ही उनकी क्षमता को बढ़ाने का काम भी किया जाएगा। ये पूरा काम होने में लगभग दो महीने का समय लगना है। जिसके लिए प्रथम और द्वितीय चरण की लाइन को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान लगभग १९० एमएलडी पानी शहर में रोजाना कम आएगा। जिससे शहर में पानी की किल्लत बनी रहेगी। नर्मदा प्रथम और द्वितीय चरण की लाइन से मुख्यत: पश्चिमी क्षेत्र की पानी की टंकियों को भरा जाता है। 15 से ज्यादा टंकियां इसी लाइन से भराती है। इन टंकियों को भरने का काम पूरी तरह से प्रभावित होगा।
तृतीय चरण पर रहेगा पूरा भार
जिस समय प्रथम और द्वितीय चरण का पानी बंद रहेगा उतने पूरे समय तक शहर में पानी वितरण का काम नर्मदा तृतीय चरण से किया जाएगा। नगर निगम ने दो महीने के लिए जो व्यवस्था की है। उसके तहत नर्मदा तृतीय चरण से २८० की जगह ३६० एमएलडी पानी खिंचा जाएगा। ये पानी महू के पास यादवखेड़ी तक नर्मदा तृतीय चरण की लाइन से ही आएगा। यादवखेड़ी में इसमें से आधे पानी को प्रथम और द्वितीय चरण की लाइन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके लिए यादवखेड़ी में प्रथम और द्वितीय चरण की लाइन ओर तीसरे चरण की लाइन को आपस में जोड़ा जाएगा। इससे प्रथम और द्वितीय चरण की लाइन में पानी पहुंचाकर उससे पानी बांटने का काम किया जाएगा। इसके अलावा यशवंत सागर से भी निगम रोजाना ३० एमएलडी पानी लाकर उसे शहर में बांटने का काम करेगा।
29 करोड़ होंगे खर्चा
नगर निगम ने पंपों को सुधारने और उनकी क्षमता बढ़ाने सहित लाइनों में आवश्यक सुधार काम के लिए नगर निगम २९ करोड़ रुपए खर्चा करेगा। निगम ये पैसा अमृत योजना के तहत खर्चा करेगा।
वर्तमान में पानी की व्यवस्था
नर्मदा प्रथम और द्वितीय चरण - 180 एमएलडी
नर्मदा तृतीय चरण - 270 एमएलडी
गांवों को दिया जाता है - २८ एमएलडी
इंदौर पहुंचता है - 422 एमएलडी
यशवंतसागर - 30 एमएलडी
कुल पानी ४५२ एमएलडी
लाइन बंद होने के बाद इंदौर में पानी की स्थिति
नर्मदा प्रथम और द्वितीय चरण - ०० एमएलडी
नर्मदा तृतीय चरण - ३६० एमएलडी
गांवों को दिया जाता है - २८ एमएलडी
इंदौर पहुंचता है - ३३2 एमएलडी
यशवंतसागर - 30 एमएलडी
कुल पानी - ३६२ एमएलडी
- बरसों से लाइन में लिकेजों के कारण लाखों लोगों का पानी व्यर्थ बह रहा था। इसे रोकने के लिए ही हम ये सुधार काम करने जा रहा है। चूंकि प्रथम और द्वितीय चरण की लाइन बंद रहेगी इसके कारण शहर को कम पानी मिलेगा। लेकिन हम उससे शहर में पानी को पर्याप्त तरीके से सप्लाय करने की व्यवस्था कर रहे हैं।
- बलराम वर्मा, प्रभारी जलकार्य समिति
Published on:
10 Jul 2018 06:14 am
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