इस पर अफसरों ने बताया कि भंवरकुआं चौराहा से तेजाजी नगर बायपास तक रोड को ४ लेन बनाने के दौरान अतिक्रमण के साथ बाधक निर्माण हटाना बड़ी बात नहीं है, लेकिन पेड़ के साथ बिजली शिफ्टिंग करना बड़ी दिक्कत है। इस पर मंत्री पटवारी ने कहा कि जिन पेड़ों को ट्रांसप्लांट किया जा सकता है, उन्हें करें। हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ कटने से बचाना हैं। इसके साथ ही बिजली पोल शिफ्टिंग का काम भी जल्द शुरू करें। उन्होंने यह दोनों काम बारिश के दिनों में करने कहा ताकि अक्टूबर तक रोड बनाने का काम शुरू हो जाए।
निरीक्षण के बाद मंत्री पटवारी ने यूनिवर्सिटी में बैठक लेकर रोड का प्रोजेक्ट देखा। इस दौरान भंवरकुआं चौराहे से तेजाजी नगर बायपास तक 4 लेन रोड कौन बनाएगा इस पर भी चर्चा की गई। इस पर यह बात सामने आई कि भाजपा सरकार के कार्यकाल से इसे बनाने की कवायद चल रही है। खंडवा रोड चौड़ीकरण में एक पेंच फंस रहा था कि भंवरकुआं चौराहे से तेजाजी नगर बायपास तक रोड चौड़ीकरण कौन करेगा? इस सवाल का जवाब ढूंढऩे में सरकार लगी थी कि इस काम को करने के लिए पहले आगे पीडब्ल्यूडी विभाग आया और फिर बाद में नगर निगम, लेकिन रोड के इस टुकड़े को बनाने को लेकर कोई फैसला नहीं हो सका था। मंत्री पटवारी की मौजूदगी में हुई बैठक के दौरान भंवरकुआं चौराहे से तेजाजी नगर बायपास तक रोड नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा बनाने का फैसला लिया गया। अब जल्द ही टेंडर होंगे।