
अब बिजली विभाग के सामने आई नई समस्या, ऐसे होगी हल
इंदौर. बिजली कंपनी 15 जिलों के 432 वितरण केंद्रों पर उपभोक्ता संपर्क शिविर लगाएगी। इसमें बिजली संबंधी समस्याओं को निवारण, शासन की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने व बिजली बिलों के ऑनलाइन भुगतान पर जोर दिया जाएगा।
कंपनी के प्रबंध निदेशक विकास नरवाल ने बुधवार दोपहर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग कर अधिकारियों को इसके निर्देश दिए। उन्होंने कहा, उपभोक्ता सेवाओं की बेहतरी, बिल समय पर बनाने, उसे वितरित करने के अलावा बकाया बिलों की समय पर वसूली बहुत जरूरी हैं। इस काम की अब हर जोन व वितरण केंद्र स्तर पर हर रोज व कंपनी स्तर पर हर सप्ताह समीक्षा होगी। सभी 15 जिलों के अधीक्षण यंत्रियों से चर्चा करते हुए नरवाल ने कहा, बकाया राशि बढऩा खतरे की घंटी हैं। उपभोक्ता बिलों की डोर टू डोर वसूली की जा सकती है। एमपी ऑनलाइन से संबंधित एजेंट यह काम कर सकते हैं। इससे उपभोक्ताओं को कैशलैस भुगतान पर 5 से 20 रुपए तक की छूट मिलेगी। वहीं एजेंट को भी हर बिल पर 4 से 5 रुपए मेहनताना मिलेगा। हर कार्य डिजिटलाइज्ड फ्रेमवर्क पर होना चाहिए। सभी मुख्यालयों पर आईटी सेंटर की सघन मॉनिटरिंग भी की जाएगी। निर्देशों की अवहेलना करने व अनुशासनहीनता पर बड़वानी के अधीक्षण यंत्री अनिल नेगी व कार्यपालन यंत्री गौरव सोनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इस अवसर पर डायरेक्टर मनोज झंवर व आर एस खत्री भी मौजूद रहे।
परफार्मेंस इंडिकेटर टेस्ट में इंदौर ग्रामीण प्रथम
मुख्य अभियंता और मीडिया प्रभारी सुब्रतो राय ने बताया, एमडी नरवाल ने ऊर्जा विभाग व कंपनी के मापदंडों पर खरा उतरने के लिए प्रोत्साहन स्वरूप हर माह परफार्मेंस इंडिकेटर टेस्ट लागू किया है। मई की रिपोर्ट के अनुसार १५ जिलों में पहले स्थान पर इंदौर ग्रामीण वृत्त रहा। दूसरे पर इंदौर शहर वृत्त और तीसरे पर उज्जैन रहा। आठ मापदंडों के आधार पर हर माह कंपनी यह रिपोर्ट जारी करती है।
Published on:
13 Jun 2019 08:08 am
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