
अब डीएवीवी की कैंटीन में नहीं मिलेगा जंक फूड, पर मिलते रहेंगे कचोरी-समोसे!, ये रहेगा मेन्यू में
इंदौर. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के कैंटीन में जंक फूड पर लगी रोक पर प्रबंधन पुनर्विचार कर रहा है। कमेटी तय करेगी कि इंदौर और आसपास के शहरों में कचोरीसमोसे जैसे लोकप्रिय नाश्ते को जंक फूड की श्रेणी में रखा जाए या हटाया जाए।
कॉलेज-यूनिवर्सिटी में पढऩे वालों की सेहत पर जंक फूड के नुकसान को देखते हुए डेढ़ साल पहले यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (यूजीसी) ने कैंटीन में ऐसे सामान की बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे। इसका पालन करते हुए डीएवीवी ने 1 सितंबर 2018 को जंक फूड चिह्नित किए जिसमें कचोरी और समोसा भी शामिल थे। सीनियर प्रोफेसरों व डाइटिशियन की कमेटी द्वारा सुझाई सूची दोनों कैंटीन को दे दी गई मगर इसका पालन कुछ ही दिन हुआ। पुरानी कैंटीन में दोबारा कचोरी और समोसे की बिक्री होने लगी।
कुलपति प्रो. रेणु जैन ने अब जंक फूड के निर्धारण के लिए नई कमेटी बनाई है। कुलपति ने बताया, कचोरी-समोसे इंदौर की पहचान है इसलिए इन्हें जंक फूड की श्रेणी में मानना उचित नहीं होगा। कमेटी नया मेन्यू तैयार कर रही है। उसका सती से पालन कराया जाएगा। यूनिवर्सिटी कैंटीन में बर्गर, पिज्जा, कोल्ड्रिंक जैसे सामान बिलकुल नहीं मिलेंगे।
Published on:
12 Feb 2020 12:25 pm
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