
VIDEO : ‘आकाश’ पर मोदी की नाराजगी के बाद राजनीति में भूचाल, नेता चुप, स्वागत करने वालों पर लटकी तलवार!
इंदौर. बैटकांड में शामिल विधायक आकाश विजयवर्गीय ( Aakash vijayvargiya ) पर पीएम नरेंद्र मोदी ( narendra modi ) की नाराजगी के बाद इंदौर की राजनीति में भूचाल सा आ गया है। मोदी के बयान के बाद भाजपा ( bjp ) नेताओं से चुप्पी साध ली है। कोई इस मामले में खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। विधायकों से लेकर नगर और प्रदेश पदाधिकारियों ने कुछ भी बोलने इनकार कर दिया है।
मामले में महापौर ( mayor ) मालिनी गौड़ का कहना है कि मैं ऑफिस में थी। मुझे अभी कोई जानकारी नहीं है। मोदीजी के बयान पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकती हूं। विधायक ( MLA ) रमेश मेंदोला ने कहा कि मुझे मोदी जी के बयान को लेकर अभी जानकारी नहीं है। आकाश जी से जुड़ा मामला अभी कोर्ट में है। इसलिए कुछ नहीं बोल सकता हूं। दूसरी ओर आकाश विजयवर्गीय के जेल से जमानत पर बाहर आने पर स्वागत करने में भाजपा नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा और संगठन के अन्य पदाधिकारी घिर सकते हैं। इन पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है।
संसदीय दल की बैठक में यह कहा मोदी ने
मंगलवार को नई दिल्ली में भाजपा संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि बेटा किसी का भी हो ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर निकाल देना चाहिए। ऐसे लोगों को बर्खास्त कर देना चाहिए पार्टी में ऐसा वर्ताव स्वीकार नहीं किया जाएगा। बेटा किसी का भी हो ऐसे लोगों को पार्टी में कोई भी छूट नहीं मिलेगी। गौरतलब है कि नगर निगम रोड पर जर्जर मकान तोडऩे की कार्रवाई के चलते २६ जून को अफसर की भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय ने क्रिकेट बैट से पिटाई कर दी थी।
विधायक के चार और साथियों की पहचान
इधर, नगर निगम भवन अधिकारी धीरेंद्र बायस से मारपीट मामले में विधायक आकाश विजयवर्गीय के चार और साथियों की पहचान हुई है। इसमें विवादित मकान का किराएदार भी है। वीडियो फुटेज में वह भी पत्थर चलाते हुए नजर आया है। विधायक के साथी भी बायस पर टूट पड़े थे। इसके अलावा पोकलेन मशीन, जोनल अधिकारी की जीप में तोडफ़ोड़ की गई। पुलिस ने विधायक व 10 अन्य लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा, मारपीट व बलवे की धारा में केस दर्ज किया है। आकाश को बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। रविवार को जमानत मिलने के बाद आकाश की जेल से रिहाई हो पाई। निगम अधिकारी बायस व अन्य के बयान के बाद मामले में पुलिस ने भरत खस, जीतू खस, मोनू कल्याणे, नितिन शर्मा, अभिषेक गौड़, पंकज पांडे को आरोपी बनाया था। इनकी अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस का कहना है, ये लोग शहर छोडक़र चले गए हैं।
Published on:
02 Jul 2019 01:14 pm
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