
इंदौर में बना एशिया का सबसे बड़ा बायोमेथिनाइजेशन प्लांट
इंदौर. एशिया के सबसे बड़े बायोमेथिनाइजेशन प्लांट के उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय से मंजूरी बुधवार को मिल गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 फरवरी को दोपहर एक बजे केवल प्लांट के उद्घाटन के कार्यक्रम में वर्चुअली तौर पर शामिल होंगे। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा तय किए गए अन्य कार्यक्रमों को प्रधानमंत्री कार्यालय से अनुमति नहीं मिली है।
राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री के इस वर्चुअल कार्यक्रम के साथ ही इंदौर, भोपाल, और देवास के स्वच्छता उद्यमियों के प्रधानमंत्री से वर्चुअल चर्चा का भी कार्यक्रम भेजा था। लेकिन इन कार्यक्रमों को प्रधानमंत्री कार्यालय से अनुमति नहीं दी गई। बताया जा रहा है कि एशिया के सबसे बड़े बायोमेथेनाइजेशन प्लांट की जानकारी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने खुद इस प्लांट से जुड़ी जानकारी ली। उन्होंने इस प्लांट के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रजामंदी दी थी। वहीं बताया जा रहा है कि ट्रेचिंग ग्राउंड में 19 तारीख को होने वाले कार्यक्रम में 1 बजे वे विडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जुड़ेंगे। इस दौरान वे वर्चुअल तरीके से इसका उद्घाटन करेंगे। वहीं इस पूरे कार्यक्रम का 400 से ज्यादा नगरीय निकायों में लाइव प्रसारण भी किया जाएगा।
मंत्री, सहित नेता ओर अफसरों ने लिया कार्यक्रम स्थल का जायजा
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की पुष्टी होने के साथ ही ट्रेचिंग ग्राउंड पर बुधवार को तैयारियां तेज हो गई। बुधवार शाम को कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने के लिए प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आइडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावडा, पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा, कलेक्टर मनीष सिंह, निगमायुक्त प्रतिभा पाल, भाजपा नगराध्यक्ष गौरव रणदीवे, भाजपा नेता मधु वर्मा सहित अन्य नेता पहुंचे थे। इन सभी ने कार्यक्रम स्थल की व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के साथ ही यहां पर आने वाले अतिथियों के साथ ही कार्यक्रममें शामिल होने के लिए आने वालों की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसके साथ ही यहां कार्यक्रम को लेकर आवश्यक निर्देश भी जारी किए।
20 राज्यों के मिशन डायरेक्टर होंगे शामिल
प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम में देश के 20 राज्यों के स्वच्छ भारत मिशन के मिशन डायरेक्टर भी शामिल होंगे। इसके साथ ही केंद्र और अन्य राज्यों के भी अधिकारी इसमें भाग ले रहे हैं। येे सभी इंदौर में स्वच्छता को लेकर किए गए कामों का निरीक्षण करने के लिए शहर में भी घूमेंगे।
स्व-सहायता समूह की महिलाएं भी होंगी शामिल
लगातार पांच बार नंबर वन आ चुके इंदौर की सफाई व्यवस्था में स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने भी काफी योगदान दिया है। बस्तियों एवं दूरस्थ क्षेत्रों में उन्होनें सफाई को बरकरार रखने में महती भूमिका निभाई है। इनको भी इस कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही सफाई में योगदान देने वाले शहर के सामाजिक संगठन, व्यापारी संगठन एवं अन्य लोग भी इसमें शामिल होंगे।
प्लांट है खास
ट्रेचिंग ग्राउंड में दिल्ली की कंपनी एन्वायरमेंटल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज लिमिटेड ने जर्मन कंपनी के साथ मिलकर पीपीपी मॉडल पर इस प्लांट को बनाया गया है। 150 करोड़ की लागत से बने इस प्लांट में जर्मनी से बुलाई गई मशीनों को लगाया गया है। इस प्लांट में रोजाना 550 मेट्रिक टन गीले कचरेका निस्तारण होगा। जिससे रोजाना 17,500 किलो बायो सीएनजी गैस और 100 मेट्रिक टन उच्च गुणवत्ता की सिटी कंपोस्ट खाद मिलेगी। इस प्लांट से जो गैस बनेगी उसमें 96 फीसदी मिथेन गैस है। जिससे इसकी केलोरिफिक वेल्यू काफी अच्छी होगी, बल्कि सीएनजी की इफेक्टिवनेस भी ज्यादा होगी। इस प्लांट से नगर निगम को भी आर्थिक लाभ होगा। प्लांट को चलाने के लिए अगले 20 सालों तक कंपनी नगर निगम को हर साल 2.52 करोड़ रुपए बतौर प्रीमियम देगी। साथ ही प्लांट में बनने वाली गैस में से आधी गैस नगर निगम को बाजार मूल्य से 5 रुपए कम दर पर उपलब्ध कराएगी। जिससे शहर में 400 सिटी बसों का संचालन किया जाएगा। इससे वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी।
Published on:
16 Feb 2022 09:55 pm
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