– चार थानों के प्रभारी और सीएसपी ने खड़े रहकर तुड़वाए अतिक्रमण
– डरा-धमकाकर खड़ी की अवैध संपत्ति
– 70 हजार वर्गफीट जमीन पर कब्जा
VIDEO : लडक़े का मुंह कमोड में डालने वाले गुंडे का ‘साम्राज्य’ ध्वस्त, लोगों ने लगाए पुलिस जिंदाबाद के नारे
इंदौर. 17 साल के लडक़े का मुंह कमोड में डालने वाले बदमाश शेख मुख्तियार खान का अवैध साम्राज्य आज नगर निगम ने ध्वस्त कर दिया। चार थाना प्रभारियों, सीएसपी और बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में एलआईजी लिंक रोड और राधिका कुंज के कब्जे तोडऩे का काम सुबह 9 बजे से शुरू हुआ।
जैसे ही मुख्तियार के अवैध साम्राज्य को नगर निगम के अधिकारियों ने तोडऩा शुरू किया आसपास के रहवासियों ने पुलिस प्रशासन जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आसपास के लोग शेख मुख्तियार से कितने नाखुश थे। उधर, गृहमंत्री बाला बच्चन के नाम का भी दुरुपयोग करने के चलते उस पर बड़ी कार्रवाई की जा रही है।
डरा-धमकाकर खड़ी की अवैध संपत्ति 10 साल में 50 करोड़ की 70 हजार वर्गफीट जमीन पर कब्जा करने वाले शेख मुख्तियार ने लोगों को डरा-धमकाकर अपनी अवैध संपत्ति खड़ी की। नाबालिग के साथ निर्दयता का मामला उजागर होने के बाद अफसरों ने संज्ञान में लिया तो यह खुलासा हुआ। प्रशासन, निगम और पुलिस ने उसके 17 अवैध कब्जों को चिह्नित किया था, जिनमें से 12 निर्माण को आज सुबह तोडऩा शुरू कर दिया गया। कुछ निर्माण कल तोड़े जाएंगे।
70 हजार वर्गफीट जमीन पर कब्जा थाना प्रभारी तहजीब काजी के अनुसार, एलआईजी लिंक रोड से राधिका कुंज कॉलोनी तक करीब 70 हजार वर्गफीट जमीन पर इसका कब्जा है। पूरा मामला सामने आया तो कई फरियादियों ने जानकारी दी। वह 10 साल पहले इंदौर आया था। उसने लोगों को उधार देकर, धमकाकर या पीटकर जमीन कब्जाई। एमआईजी पुलिस ने गुंडे, उसके भाई मुस्तकीन व फैजान पर भी केस दर्ज किया है। एक नाबालिग के पिता ने थाने में शिकायत की है कि उसे 12 जुलाई को मुख्तियार ने रोका और चाकू अड़ाकर हत्या की कोशिश की थी। नाबालिग ने बताया गुंडे के बेटे को चाकू मारने में उसका भी नाम आया था। इसलिए उसे भी धमकाया था। मुख्तियार पर विजयनगर थाने में दो और एमआईजी में एक प्रकरण दर्ज हो गया है।
निगम अधिकारियों का मिला हुआ था संरक्षण वार्ड 37 के पार्षद संजय कटारिया ने बताया कि मैं तीन साल से लिखित में अवैध कब्जों की शिकायतें कर रहा हूं। पर निगम के अधिकारियों ने कार्रवाई नहीं की। आयुक्त कार्रवाई के निर्देश देते तो नीचे के अधिकारी नहीं करते। मुख्तियार के फलने फूलने में निगम अधिकारियों का बड़ा योगदान रहा। लंबे समय से अवैध कब्जों का खेल चल रहा था। ये लोग टीन शेड का निर्माण करते हैं, ताकि कोई कार्रवाई भी तो ज्यादा खर्च न आए।