
इंदौर. देह व्यापार के सनसनीखेज मामले में मुक्त कराई गईं 10 बांग्लादेशी युवतियों में से 9 फरार हो गईं हैं। पुलिस ने बाणगंगा इलाके की वृंदावन कॉलोनी स्थित उत्कर्ष महिला संस्थान में मुक्त कराई गईं 16 लड़कियों को रखा था। इनमें से 10 बांग्लादेशी व 6 अन्य राज्यों की थीं। पुलिस ने इनकी सुरक्षा के लिए आश्रम में पुलिस जवान भी तैनात किए थे। इन युवतियों के अलावा एक स्थानीय युवती भी लापता है। पूरे मामले में पुलिस की सुरक्षा और आश्रम की भूमिका पर भी संदेह के घेरे में आ गई है।
सबसे पहले 6 जनवरी को 3 बांग्लादेशी युवतियां साड़ी की मदद से खिड़की से नीचे उतरीं और भाग निकलीं। इनके साथ एक स्थानीय युवती भी गई। फिर 16 अप्रैल को 3 अन्य बांग्लादेशी युवतियां बिल्डिंग से कूदकर भाग गईं। हाल ही में 27 जून को फिर 3 बांग्लादेशी युवतियां सभी को चकमा देते हुए फरार हो गईं। सभी की गुमशुदगी रिपोर्ट बाणगंगा थाने में दर्ज है। अब तक किसी भी युवती का पता नहीं चल पाया। हाल ही में इनकी तलाश के लिए विजय नगर पुलिस की टीम अहमदाबाद भी गई थी।
कई नामी लोगों आए थे गिरफ्त में
विजय नगर पुलिस ने नबंवर 2020 को बांग्लादेशी युवतियों को एमआइजी व लसूडिय़ा इलाके से मुक्त कराया था। मुंबई को दो युवतियों से गैंगरेप मामले की जांच में पुलिस इन तक पहुंची थी। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि देह व्यापार कराने के लिए इन्हें एमडी ड्रग्स दिया जाता है। इन सभी को नारकीय जीवन जीना पड़ रहा था। इसमें कई नामी लोग पुलिस की गिरफ्त में आए थे।
काउंसलर का अजीब बयान
काउंसलर महेश शर्मा के मुताबिक युवतियों ने उन्हें अंडे लाने के लिए रुपए दिए। बाद में मसाला लाने के लिए अंदर भेजा। इस दौरान मौका पाकर तीनों भाग गई। सीसीटीवी फुटेज में वे नजर भी आई हैं। बाद में उनकी तलाश की गई लेकिन पता नहीं चला।
Published on:
09 Jul 2021 08:51 am
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