
MP के इस शहर के हर शख्स को LIVE देखेगी पुलिस, गलत हरकत सीधे पहुंचाएगी जेल
इंदौर. शहर को स्मार्ट सिटी सर्विलांस सिस्टम इंटीग्रेटेड कंट्रोल-कमांड सेंटर की सौगात जल्द मिलेगी। एआईसीटीएसएल पर तैयार हो रहा सेंटर शहर का सबसे बड़ा डाटा सेंटर होगा। यहां पूरे शहर में लगने वाले 3 हजार सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग सुरक्षित रहेगी। इसके आधार पर आपराधिक घटनाओं को नियंत्रित कर अपराधियों को पकडऩे में मदद मिलेगी।
इसी सिस्टम के साथ फेस रिकग्नाइज सिस्टम भी लाया जा रहा है, जिससे विशेष लोकेशन पर चेहरे के आधार पर भी अपराधियों की पहचान हो सकेगी। इस सेंटर में नगर निगम की सभी सुविधाएं रहेंगी। ट्रैफिक पॉइंट और लोक परिवहन भी ऑनलाइन कंट्रोल होंगे। फिलहाल निगम की सेवाएं शुरू की जा रही हैं। तीन माह में पुलिस-ट्रैफिक-प्रशासन के सिस्टम का डाटा भी सेंटर पर आने लगेगा।
गुरुवार को कलेक्टर लोकेशकुमार जाटव, एसएसपी रुचिवर्धन मिश्रा ने सेंटर का अवलोकन किया। निगमायुक्त आशीष सिंह ने सेंटर के वर्तमान प्रारूप के बारे में बताया। सेंटर की प्लानिंग देखने के बाद तय किया गया, शहर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या 650 से बढ़ाकर 3 हजार की जाएगी। इससे पूरे शहर के हर जोन की ऑनलाइन निगरानी हो सकेगी। इन कैमरों के डाटा को इस सेंटर पर एकत्रित किया जाएगा, जिनका एनालिसिस कर शहर की व्यवस्था बेहतर बनाने की रणनीति बन सकेगी। भविष्य में शहर का एरिया बढऩे वाला है। टेक्नोलॉजी आधारित निगरानी सिस्टम से मेन पॉवर की कमी दूर होगी। कलेक्टर ने बताया, इससे स्मार्ट सिटी की सुरक्षा बढ़ेगी और सर्विसेस का उपयोग आम लोग अच्छे से कर सकेंगे। उन्हें त्वरित कार्रवाई भी मिलेगी। स्मार्ट सिटी सीईओ अदिति गर्ग व सलाहकार जसदीप छाबड़ा ने सिस्टम का प्रस्तुतिकरण दिया। इसकी क्षमता और कार्यप्रणाली के बारे में बताया।
28 सिस्टम के साथ विशाल वीडियो वॉल
तीन मंजिला भवन की दो मंजिलों पर सेंटर बनाया जा रहा है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे इस सेंटर में प्रारंभिक तौर पर निगम की सेवाओं को ही शामिल करने की योजना थी, बाद में पुलिस, ट्रैफिक व प्रशासन की पब्लिक उपयोगी सर्विसेस को भी शामिल किया गया। इसमें 28 सिस्टम का एक कंट्रोल सेंटर बनाया गया है। सभी सिस्टम का डाटा और रिकॉर्डिंग विशाल वीडियो वॉल पर देखी जा सकेगी। यह ऑटोमेटिक सिस्टम 24 घंटे काम करेगा। इसमें इस तरह का सॉाफ्टवेयर उपयोग किया गया है, जिससे शिकायतें सबंधित अफसर के पास तत्काल पहुंच सकेंगी। इस सिस्टम से निगम के कचरा प्रबंधन, सीवरेज व पानी वितरण-प्रबंधन एवं लोक परिवहन पर भी नियंत्रण किया जा सकेगा।
निगम की 6 सेवाएं आएंगी सिस्टम पर
निगम की 6 सेवाएं इस सेंटर से ही संचालित-नियंत्रित होंगी। इनका डाटा भी यहीं स्टोर रहेगा। सेवाओं में ऐप-311, इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, संपत्तिकर और जलकर का सिस्टम ली-बिज, पानी प्रबंधन के लिए स्काडा सिस्टम, लोक परिवहन के लिए एवीएलएस और ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम व सिंक्रोनाइज्ड ट्रैफिक सिस्टम के लिए आईटीएमएस को यहीं से कंट्रोल किया जाएगा।
पुलिस सर्विलांस सिस्टम भी इसी व्यवस्था पर लाया जाएगा। इससे सभी कैमरों को इंटीग्रेटेट किया जाएगा। इस सिस्टम के शुरू होने से सूचनाएं जल्द मिलेंगी। बीआरटीएस और सिटी बसों पर नियंत्रण के साथ ही शहर का लोक परिवहन भी इंटीग्रेट होने से व्यवस्था और बेहतर व उपयोगी होगी।
Published on:
02 Aug 2019 12:05 pm
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