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यहां सरेराह होती है छेड़छाड़, सुरक्षा देने वाली पुलिस रहती है नदारद

स्कूल-कॉलेजों के बाहर बनी दुकानों पर खड़े रहते है आवारा तत्व, पुलिस नहीं करती कार्रवाई

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Indore Online

Oct 20, 2015

policeman at the police station is not

policeman at the police station is not

(गुजराती कॉलेज के बाहर बनी पुलिस चौकी पर नहीं रहता है कोई पुलिसकर्मी।)
इंदौर.एक ओर जहां पुलिस द्वारा पार्कों में प्रेमी जोड़ों को पकडऩे का अभियान चलाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर पुलिस सहायता केन्द्रों से ही पुलिस नदारद रहती है और यहीं वजह हैं कि युवतियों के साथ लगातार छेड़छाड़ के मामले बढ़ रहे हैं। एक्सपोज रिपोर्टर ने शहर के प्रमुख गल्र्स स्कूल-कॉलेज के बाहर की स्थिति की पड़ताल की।

उत्कृष्ट विद्यालय बाल विनय मंदिर की एक छात्रा द्वारा छेड़छाड़ से तंग आकर आत्महत्या करने की कोशिश की गई थी। यह मामला स्कूल के लड़कों द्वारा कि जा रही छेड़छाड़ का था, लेकिन स्कूल-कॉलेजों के बाहर आते ही लड़कियों पर फब्तियां कसना उन्हें अभद्र कमेंट करना और बल्कि उनके साथ छेड़छाड़ के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन पुलिस द्वारा इन पर लगाम नहीं कसी जाती है। छेड़छाड़ के मामले नए नहीं है, पुलिस इन मामलों में शिकायती आवेदन लेकर पीडि़त को चलता कर देती है। सचाई यह है कि शहर के ज्यादातर गल्र्स स्कूल, कॉलेजों के बाहर आवारा तत्व खड़े रहते हैं, इन्हें न तो कोई रोकने वाला है और न ही पुलिस इन पर कोई सख्ती दिखाती है। कुछ संस्थानों के बाहर पुलिस सहायता केंद्र भी है, लेकिन यहा कोई पुलिसकर्मी रहता ही नहीं।

गुजराती साइंस कॉलेज कैम्पस में भी डेरा

गुजराती साइंस कॉलेज के बाहर आते ही करीब आधा किमी की दूरी पर एक साथ कई पान की दुकानें बनी हुई हैं, जहां अधिकांश मनचलों की भीड़ लगी रहती है। कॉलेज से निकल रही कुछ लड़कियों से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि कैम्पस में भी कई बार बाहर के लड़के आकर खड़े हो जाते हैं और घंटों अपने ग्रुप के साथ सिगरेट भी पीते है और अभद्र कमेंट्स करते है।

सुगनीदेवी कॉलेज नशेडिय़ों का अड्डा

सुगनीदेवी कॉलेज के आसपास भले ही कुछ साल पहले बाउंड्रीवॉल खड़ी कर दी हो, लेकिन इसका कुछ हिस्सा अब भी खुला ही है जहां से लोगों का पैदल आना-जाना भी लगा रहता है और बल्कि शाम होते ही यहां कुछ नशेड़ी भी अपना डेरा जमा लेते हैं। यही वजह हैं कि कई बार यहां शराब की बोतलें भी नजर आती है। इतना ही नहीं आसपास बाजार होने से कॉलेज के बाहर ही लड़कों की भीड़ लगी रहती है।

गुजराती गल्र्स कॉलेज रहती है भीड़

महारानी रोड स्थित गुजराती गल्र्स कॉलेज के दो मुख्य गेट हैं यहां स्कूल-कॉलेज दोनों ही संचालित किए जाते हैं, लेकिन स्थिति यह है कि जब कभी यहां से युवतियां आती-जाती हैं तो उन्हें सपना सेंडविच और नजदीक ही बने सांची पाइंट के बाहर लड़कों का झुंड खड़ा रहता हैं।

ओल्ड जीडीसी कॉलेज पीछा करते हैं मनचले

मोती तबेला स्थित मौजूद ओल्ड जीडीसी कॉलेज के बाहर निकलते ही मेन रोड पर लगे ठेलों के आसपास और नजदीक ही बनी पान व किराना दुकानों पर भी लड़कों की भारी भीड़ कॉलेज की छुटने के दौरान ही नजर आती है। जानकारी केमुताबिक यहां से निकलते समय कई बार तो लड़कियों का रोड पार करना भी मुश्किल हो जाता है। कई बार कुछ मनचले पीछा भी करते हैं।

पुलिस भी नदारद

गुजराती कॉलेज के ठीक सामने पुलिस सहायता केन्द्र बना हुआ है, लेकिन जब पत्रिका एक्सपोज ने पड़ताल की तो यहां कॉलेज की छुट्टी के दौरान एक भी पुलिस कर्मचारी मौजूद नहीं था अंदर दो कुर्सी और एक टेबल लगी थी और दोनों ही खाली थी। सुगनीदेवी कॉलेज के आधा किमी की दूरी पर बनी पुलिस चौकी पर भी पुलिसकर्मी नहीं था।

जारी है गुंडागर्दी

पत्रिका एक्सपोज की पड़ताल में सामने आया कि ऐसे कई स्कूल-कॉलेज हैं जहां से चंद दूरी पर ही पान की गुमटियां और कुछ दुकानें बनी हुई हैं और वहां लगातार लड़कों का हुजूम रहता हैं। खासतौर पर स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी के दौरान यहां लड़कों की भारी भीड़ लग जाती है और फिर वे लड़कियों को अपने अभद्र कमेंट्स का शिकार बनाते हैं।

नहीं, ऐसा कुछ नहीं है पार्क में भी अकसर स्कूल-कॉलेज के लड़के-लड़कियां पाए जाते हैं।पुलिस सभी स्कूल-कॉलेजों के बाहर तैनात रहती है।हमेशा ऐसा नहीं होता है। हो सकता है वे किसी काम से आसपास गए हो, लेकिन निगरानी तो हमेशा रहती है। यदि ऐसा है तो लड़कियों को इसकी शिकायत पुलिस में करनी होगी, हम जरूर सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे।
शैलेन्द्र सिंह, डीआईजी
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