उत्कृष्ट विद्यालय बाल विनय मंदिर की एक छात्रा द्वारा छेड़छाड़ से तंग आकर आत्महत्या करने की कोशिश की गई थी। यह मामला स्कूल के लड़कों द्वारा कि जा रही छेड़छाड़ का था, लेकिन स्कूल-कॉलेजों के बाहर आते ही लड़कियों पर फब्तियां कसना उन्हें अभद्र कमेंट करना और बल्कि उनके साथ छेड़छाड़ के मामले भी लगातार सामने आ रहे हैं, लेकिन पुलिस द्वारा इन पर लगाम नहीं कसी जाती है। छेड़छाड़ के मामले नए नहीं है, पुलिस इन मामलों में शिकायती आवेदन लेकर पीडि़त को चलता कर देती है। सचाई यह है कि शहर के ज्यादातर गल्र्स स्कूल, कॉलेजों के बाहर आवारा तत्व खड़े रहते हैं, इन्हें न तो कोई रोकने वाला है और न ही पुलिस इन पर कोई सख्ती दिखाती है। कुछ संस्थानों के बाहर पुलिस सहायता केंद्र भी है, लेकिन यहा कोई पुलिसकर्मी रहता ही नहीं।