
मतदान के बाद से भाजपा कार्यालय पर सन्नाटा
इंदौर। जावरा कांपाउंड स्थित पं. दीनदयाल भवन ( भाजपा कार्यालय ) की तस्वीर इन दिनों बदली हुई है। जिम्मेदारों से लेकर प्रभारी तक नदारद रहते हैं। कभी यहां पर कार्यकर्ताओं की चहल कदमी इतनी अधिक होती थी कि जगह कम पड़ती थी, लेकिन मतदान के बाद से तो यहां पर खामोशी पसर हुई है। यह संभागीय कार्यालय के साथ ही जिला कार्यालय भी है, लेकिन ग्रामीण से लेकर महानगर के पदाधिकारी एवं अन्य जिम्मेदारों की अनुपस्थति से कार्यकर्ताओं ने भी इससे दूरी बना ली है। जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
प्रदेश में 18 साल से भाजपा की सरकार है। इंदौर का भाजपा कार्यालय मालवा-निमाड़ की राजनीतिक का केंद्र भी है, लेकिन पिछले कुछ समय से इस भवन की रंगत फीकी नजर आ रही है। विधानसभा चुनाव के दौरान यहां पर वरिष्ठ नेताओं से लेकर पदाधिकारी एवं जिम्मेदारों ने कभी कभार अपनी उपिस्थति दर्ज कराई। अब चूंकि मतदान भी हो गया, लेकिन उसके बाद भी यहां की रौनक नहीं लौटी। मतदान के बाद से ही लगातार प्रदेशभर में अलग-अलग गणित सामने आ रहे हैं। राजनीति के जानकारी यहां पर छाने वाली खामोशी भी इस गणित से जोडक़र देख रहे हैं। भाजपा के इस संभागीय कार्यालय का एक समय ऐसा जलवा भी रहा है कि यहां पर वरिष्ठ नेताओं की उपस्थति बनी रहती थी, लेकिन अब हालात जुदा है।
ग्रामीण में सुनने वाला नहीं
भाजपा संगठन ने पहले तो जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर को सोनकच्छ से उम्मीदवार बना दिया। लंबे समय तक जिलाध्यक्ष सोनकच्छ में व्यस्त होने से ग्रामीण नेता की कोई सुनने वाला नहीं रहा। बाद में संगठन ने प्रभारी जिलाध्यक्ष तो घनश्याम नरोलिया को बना दिया, लेकिन वे भी कार्यकर्ताओं में उत्साह नहीं भर पाए और ग्रामीण कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है।
मतगणना की उल्टी गिनती
मतगणना की उल्टी गिनती भी शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक भाजपा ने प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों जो कि गणना स्थल पर टेबलों पर बैठकर मतों की गिनती पर नजर रखने व नोट करने वाले कार्यकर्ताओं के लिए किसी प्रकार की कोई बैठक या उन्हें समझाईश देने का कार्यक्रम तक नहीं रखा है। जबकि कांग्रेस सक्रिय होकर प्रत्याशियों से लेकर कार्यकर्ताओं को लगातार अलर्ट कर रही है।
Published on:
28 Nov 2023 12:12 pm
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