
सट्टा बाजार बना रहा प्रदेश में कांग्रेस की सरकार
इंदौर। विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होने के बाद अब नतीजों का बेसब्री से इंतजार है। 3 दिसंबर को परिणाम आएगा, लेकिन इससे पहले कयासों और अटकलों का दौर जारी है। प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी और कौन सी पार्टी कितनी सीट जीत पाएगी, इसको लेकर चर्चा चौराहा से लेकर पान-चाय की दुकान, व्यापारियों, आमजन के घर, राजनीतिक गलियारों और सरकारी दफ्तरों में हो रही है। ऐसे में सट्टा बाजार से आ रही खबरें कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा नेताओं की धडक़नें बढ़ा रही है।
प्रमुख सट्टा बाजार की खबरें माने तो प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 116 से 119 मिलने के साथ सरकार बनने का अनुमान लगाया जा रहा है, वहीं भाजपा को 106 से 109 सीट ही मिल रही है। इंदौर की 9 विधानसभा सीटों में से 5 भाजपा और 4 कांग्रेस के खाते में बताई जा रही हैं। इधर दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस के नेता अपनी जीत के न केवल दावे कर रहे हैं, बल्कि जनता पर भरोसा भी जता रहे है। साथ ही दोनों दल भाजपा-कांग्रेस अपनी जीत के साथ प्रदेश में सरकार बनाने के दावे को लेकर मजबूत से खड़े हैं। अब किसका दावा मजबूत होगा यह 3 दिसंबर को परिणाम आने के बाद ही पता चलेगा।
कांग्रेस के एजेंट कल से लेंगे मतगणना की ट्रेनिंग
मतगणना के दिन 3 दिसंबर को नेहरू स्टेडियम में बैठने वाले कांग्रेस प्रत्याशियों के एजेंटों को ट्रेनिंग कल से दी जाएगी। विधानसभावार यह प्रशिक्षण 2 दिसंबर तक चलेगा, ताकि एजेंट अच्छे से समझ जाए कि मतगणना के दिन किन- किन बातों का ध्यान रखना हैं और मतगणना के नियम-कायदे क्या हैं। पिछले दिनों भोपाल में प्रत्याशियों के साथ जो अभिकर्ता मतगणना के नियम-कायदे सीखकर आए हैं, वह ट्रेनिंग देंगे। विधानसभा चुनाव को लेकर मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इसके पहले प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के कांग्रेस प्रत्याशियों और अभिकर्ताओं को पिछले दिनों भोपाल तलब किया गया था। भोपाल से मतगणना के नियम-कायदे सीखकर आए कांग्रेसी प्रत्याशी और अभिकर्ता कल से तीन दिन तक यानी 30 नवंबर से 2 दिसंबर तक अपनी-अपनी विधानसभा के उन एजेंटों को मतगणना का प्रशिक्षण देंगे, जो कि मतगणना के दिन नेहरू स्टेडियम में टेबल पर बैंठेगे।
Published on:
29 Nov 2023 11:41 am
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