
छात्रों को लालच दे रहे निजी कॉलेज- आप सीईटी में पास हो, आकर ले लो एडमिशन
इंदौर. आप राहुल बोल रहे है... हां... आपने पिछले रविवार को सीईटी दी थी... इसमें आप पास हो गए है... सेंटर पर आकर एडमिशन ले लीजिए। लेकिन, मुझे तो यूटीडी में एडमिशन चाहिए। आप एक बार सेंटर पर आकर देख लीजिए। यूटीडी से भी अच्छा माहौल और प्लेसमेंट मिलेगा। हम स्कॉलरशिप भी दिलाएंगे।
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के विभागों में हुई सीईटी देने वाले कई छात्र-छात्राओं के पास इन दिनों ऐसे फोन पहुंच रहे हैं। ये फोन यूनिवर्सिटी से नहीं बल्कि उन कॉलेजों के हैं, जिन्हें सीईटी के लिए सेंटर बनाया गया था। ये कॉलेज अपनी सीटें भरने के लिए सीईटी देने वालों को लुभावने ऑफर भी दे रहे हैं। सीईटी की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाने से कई छात्र इनमें एडमिशन भी ले रहे हैं।
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी में ऑनलाइन सीईटी की तकनीकी खराबी को लेकर इतना बवाल मचा जो धारा 52 लगने के साथ अब तक जारी है। लेकिन, सीईटी को लेकर कोई फैसला नहीं हो पा रहा। कॉलेजों में नया शैक्षणिक सत्र 1 जुलाई से शुरू होगा। ऐसे में सीईटी के जरिए यूनिवर्सिटी के विभाग में एडमिशन लेने की इच्छा रखने वाले काफी परेशान हैं। वे विकल्प के तौर पर निजी कॉलेजों की जानकारी भी जुटा रहे हैं। इस बीच छात्रों को उन कॉलेजों से फोन आने लगे, जहां से उन्होंने सीईटी दी थी। ये कॉलेज यूटीडी से कम फीस में अच्छी सुविधाएं देने का दावा करते हुए छात्रों को लुभा रहे है।
सवाल यह है कि आखिर इन कॉलेजों के पास सीईटी देने वालों के नाम और नंबर कहां से पहुंचे। विवि प्रशासन का कहना है कि टेंडर की शर्तों के मुताबिक एजेंसी आवेदकों की जानकारी सार्वजनिक नहीं कर सकती। आशंका है सीईटी वाले दिन ही सेंटरों ने अपने यहां टेस्ट देने वालों के नाम और नंबर जुटा लिए हों।
तो बिगड़ जाएगा साल
आईएमएस, आईआईपीएस, स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स, ईएमआरसी, स्कूल ऑफ कॉमर्स और स्कूल ऑफ फार्मेसी के कोर्स की काफी मांग है। सीईटी देने वाले छात्र उम्मीद जता रहे थे कि 28 जून तक रिजल्ट और रैंक जारी हो जाएगी। इससे वे अनुमान लगा लेंगे कि यूटीडी में पसंद का विभाग और कोर्स मिलेगा या नहीं। लेकिन, अब तक ऑन्सरशीट ही जारी नहीं हो पाई है। छात्रों को चिंता सता रही है कि सीईटी के इंतजार में कहीं निजी कॉलेजों में पसंदीदा कोर्स की सीटें न फुल हो जाएं। इससे उनका साल ही बिगड़ जाएगा। इस कारण वे सीईटी पर फैसले का इंतजार करने के बजाय निजी कॉलेजों में एडमिशन ले रहे हैं।
परीक्षा केंद्र ऑनलाइन टेस्ट कराने वाली एजेंसी ने ही तय किए थे। एजेंसी आवेदकों की कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं कर सकती। अभी हमें ऐसी कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलेगी तो जांच कराएंगे।
-प्रो. विजयबाबू गुप्ता, चेयरमैन, एडमिशन सेल
Updated on:
29 Jun 2019 05:10 pm
Published on:
29 Jun 2019 05:03 pm
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